-- 3D illustration of Coronavirus, virus which causes SARS and MERS, Middle East Respiratory Syndrome
भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में 28 मार्च रविवार को लॉकडाउन (Lockdown 2021) होने के बावजूद कोरोना (Coronavirus) के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए है। पिछले 24 घंटे में 2323 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए है और 9 ने दम तोड़ दिय। इन आंकड़ों के बाद MP में एक्टिव मरीजों की संख्या 15000 के पार हो गया है।इन आंकड़ों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में क्या हालात है और आने वाले दिनों में स्थिति कितनी भयावह हो सकती है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 2323 नए केस सामने आए है। इसमें इंदौर में 609, भोपाल में 469, जबलपुर में 159, ग्वालियर में 95, खरगोन में 74, उज्जैन में 72,रतलाम में 94 और बैतूल में 69 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए है। वही इंदौर और जबलपुर में दो-दो, भोपाल, ग्वालियर, बैतूल, रतलाम,मंदसौर और बालाघाट में 1-1 समेत कुल 9 लोगों की मौत हो गई।
हैरानी की बात तो ये है कि MP जिन शहरों में संडे टोटल लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लगाया गया है वही सबसे ज्यादा केस मिले है और मरीजों ने दम तोड़ा है। अब मध्य प्रदेश में एक्टिव कोरोना संक्रमितों की 15150 हो गई है। वही कुल संक्रमितों की संख्या 2910006 हो गई है।इसके अलावा 3976 की अबतक की मौत हो चुकी है।
एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने कहा था कि प्रदेश में कोरोना तेजी से फैल रहा है। भोपाल, इन्दौर, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर, बैतूल, छिंदवाड़ा, बालाघाट, खरगोन, रतलाम, खंडवा और विदिशा में प्रकरण बढ़ रहे हैं। इसे रोकने के लिए सावधानी, सतर्कता और अनुशासन की जरूरत है।गरीबों का नि:शुल्क इलाज कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि राज्य शासन (MP Government) कोरोना संक्रमण को रोकने और प्रभावितों के इलाज के लिए पूरी तरह से तैयार है। पीपीई किट जैसी सभी जरूरी सामग्री, ऑक्सीजन, पर्याप्त आवश्यक बैड उपलब्ध हैं। शासकीय के साथ-साथ निजी अस्पतालों का भी इस लड़ाई में सहयोग लिया जा रहा है। निजी अस्पतालों की दरें तय कर दी गईं हैं। कोई भी लूट-खसोट नहीं कर सकेगा।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)