नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश में कोरोना (corona) की दूसरी लहर (second wave) ने यूं तो पूरे देश को डूबा दिया है लेकिन देश इससे उबरने के लिए वैक्सीन (vaccine) पर निर्भर है। इसी के चलते देश में जनवरी से टीकाकरण अभियान (vaccination program) चालू है। इसके साथ ही कल यानी कि 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी (pm modi) ने देश भर में 14 अप्रैल तक टीका महोसत्व के रूप में मनाने की अपील की है। इस महोसत्व का मुख्य उद्देश्य है ज़्यादा से ज़्यादा पात्र लोगों का टीकाकरण होना। हालांकि देश में कई राज्यों से वैक्सीन के शॉर्टेज (vaccin shortage) की कमी सामने आई है। इसी को ध्यान में रखते हुए एक्सपर्ट कमिटी ने आज नई वैक्सीन स्पूतनिक-V (sputnik-V) के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है।
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देश में अब तक कोरोना के खिलाफ दो वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी थी और उन्हीं दो वैक्सीन के दम पर टीकाकरण अभियान चलता आ रहा है। ये दोनों ही वैक्सीन भारत में ही विकसित हुई हैं। इनके नाम हैं कोवैक्सीन और कोविशील्ड। इसके साथ ही अच्छी खबर ये है कि साल की तीसरी तिमाही तक देश को पांच और कोरोना के विरुद्ध वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। इनमें स्पूतनिक-V, सीरम इंडिया द्वारा विकसित नोवावैक्स वैक्सीन, बायोलॉजिकल की जॉनसन ऐंड जॉनसन वैक्सीन, भारत बायोटेक की इंट्रानसल और जायडस कैडिला वैक्सीन शामिल हैं।
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बता दें कि देश में अब तक कोरोना के विरुद्ध कुल 10,45,28,565 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। बीते दिनों में रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष और विचरो बायोटेक, हैदराबाद के बीच स्पूतनिक-V वैक्सीन को लेकर समझौता हुआ। जिसके बाद दोनों की तरफ से संयुक्त बयान में बताया गया कि 2021 की दूसरी तिमाही तक वैक्सीन का कमर्शियल उत्पादन चालू होने की उम्मीद है। साथ ही ये भी बताया गया कि स्पूतनिक-V कोरोना वायरस के खिलाफ 91.6 फीसदी प्रभावी है। खुशी की बात है कि स्पूतनिक-V को मंजूरी मिलने के बाद देश में वैक्सीन शॉर्टेज नहीं रहेगा साथ ही ज़्यादा मात्रा में लोग वैक्सिनेट हो पाएंगे।