भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। किसानों (Farmers) को लेकर मप्र (MP) कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) का बड़ा बयान सामने आया है। कमल पटेल ने आज शुक्रवार को प्रमुख सचिव, कृषि अजीत केसरी को हितग्राही मूलक प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को अधिकतम लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित हो सकेगा। पटेल राष्ट्रीय कृषि विकास योजना(National agricultural development plan) की समीक्षा कर रहे थे।
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मंत्री कमल पटेल ने बताया कि पहली बार चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन गेहूँ के साथ किया जा रहा है। किसानों की सुविधा के लिये चना, मसूर एवं सरसों के उपार्जन के लिये खरीदी केन्द्रों की संख्या 906 से बढ़ाकर 1085 कर दी गई है। मंत्री पटेल ने अधिकारियों को भू-जल स्तर में गिरावट के मद्देनजर भूमि संरक्षण कार्यों के लिये आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये।
बता दे कि MSP HJ चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन 22 मार्च से प्रारंभ किया जाएगा, जो 15 मई तक चलेगा। इस बार उपार्जन का कार्य मार्कफेड करेगा। चने का समर्थन मूल्य 5100 रूपये, सरसों का MSP 4650 रूपये और मसूर का समर्थन मूल्य 5100 रूपये प्रति क्विंटल है। चने का उपार्जन 14 लाख 51 हजार टन, मसूर का एक लाख 37 हजार टन और सरसों का 3 लाख 90 हजार टन अनुमानित है।
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गौरतलब है कि इंदौर (Indore) एवं उज्जैन (Ujjain) संभाग में 22 मार्च से और शेष संभागों में एक अप्रैल से गेहूँ उपार्जन का कार्य शुरू किया जाएगा। अभी तक 24 लाख 58 हज़ार किसानों ने गेहूँ उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है। इस बार गेहूँ का समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल होगा। गत वर्ष यह 1925 रुपए प्रति क्विंटल था।





