MPPSC: मुख्य परीक्षा देने से पहले इंदौर में छात्र ने फांसी लगाकर की खुदकुशी

Pooja Khodani
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इंदौर, आकाश धोलपुरे। एमपीपीएससी (MPPSC) की मुख्य परीक्षा आज रविवार 21 मार्च को है लेकिन इसके पहले ही एक होनहार छात्र ने आत्महत्या कर ली। दरअसल, MPPSC प्री निकाल चुके छात्र को डर था कि उसको मार्क्स कम आये थे और उसको लेकर वह डिप्रेशन (Depression) में था जिसके चलते उसने परीक्षा (Exam 2021) की एक रात पहले फांसी (Suicide) लगाकर अपनी जान दे दी।

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दरअसल, मूलतः धार जिले के कुक्षी में रहने वाले सौरभ पिता किशोर इंदौर (Indore) में अपने चचेरे भाई बहनों के साथ इंदौर के पवनपुरी पालदा में पढ़ाई के लिये किराये के कमरे में रहता था। जानकारी ये भी सामने आई है मृतक सौरभ के पिता कुक्षी में ही पटवारी के पद पर कार्यरत है।

सौरभ की ममेरी बहन रंजना ने बताया कि वह पढ़ने में होशियार था और टेस्ट सिरिज में उसके 2 नम्बर कम आये थे जिसके चलते उसे लग रहा था कि मुख्य परीक्षा (MPPSC Main Exam) पास करने के बाद उसे डीसी से निचली रैंक पर कार्य करने को मिलेगा और इसी को लेकर वह टेंशन में था। रंजना ने बताया कि रात 12 बजे तक सौरभ ठीक था और उसने सोने का नाटक किया बाद में जब सभी भाई बहन सो गए तो रात को उठकर उसने कमरे से निकलकर दरवाजा लगा दिया और फिर वह फांसी के फंदे पर झूल गया और बाद में कड़ी मशक्कत के बाद हमने दरवाजा खोला तो वह फांसी पर लटका मिला।

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सौरभ का आज MPPSC मेन्स का पेपर था लेकिन इसके पहले उसने दुनिया को अलविदा कह दिया। इधर, मौके पर पहुंची पुलिस मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है वही आजाद नगर पुलिस (Indore Police) के जांच अधिकारी हरिसिंह मरावी की माने तो मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

बता दे कि आज भोपाल, इंदौर और जबलपुर में टोटल लॉकडाउन  (Lockdown) के बीच MPPSC की परीक्षाएं करवाई जा रही है। पीएससी (PSC) के 20 केंद्रों पर 600 स्टूडेंट्स  (Student) एग्जाम देना थी जिनमे से 584 स्टूडेंट्स ही उपस्थित थे और 16 अनुउपस्थित स्टूडेंट्स में से एक छात्र सौरभ भी है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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