शिवराज सरकार का एक और बड़ा फैसला, पेंशनरों को होगा लाभ, कलेक्टरों को मिलेगा ये जिम्मेदारी

Pooja Khodani
Updated on -
mp cm shivraj singh

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के पेंशनभोगियों (MP Pensioners)  के लिए बड़ी राहत की खबर है। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ( Shivraj Government) ने पेंशनभोगियों के हित में बड़ा फैसला लिया है, इसके तहत पेंशन योजना के हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा।संबंधित विभाग द्वारा इसकी जिम्मेदारी जल्द ही कलेक्टरों को सौंपी जाएगी।

जल्द होगी यूक्रेन में फंसे MP के छात्रों की वापसी, गृह मंत्री बोले-CM खुद कर रहे मॉनिटरिंग

दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पेंशनर्स कों प्रदेश में समग्र सामाजिक सुरक्षा पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निश्शक्तजन पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक पेंशन आदि योजनाओं के तहत 600 प्रति माह के हिसाब से पेंशन दी जाती है। इन योजनाओं को लेकर आए दिन जिले स्तर पर शिकायते मिलती है, ऐसे में गड़बड़ियों को भांपते हुए मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने फैसला किया है कि वो सभी योजनाओं के हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन करवाएगी।

सामाजिक सुरक्षा, निराश्रित, निशक्तजन और वृद्धावस्था पेंशन योजना में गड़बड़ी की शिकायतों के बीच सरकार ने हितग्राहियों के भौतिक सत्यापन का निर्णय लिया है।इस संबंध में बीते दिनों सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे।अब इस संबंध में विभाग जल्द ही कलेक्टरों को सत्यापन कराने के निर्देश जारी करेगा।

MP Weather: 24 घंटे बाद फिर बदलेगा मौसम, बारिश-बादल छाने के आसार, जानें जिलों का हाल

इसके तहत कलेक्टरों को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी कि वे मैदानी अमले को घर-घर भेजकर हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन कराए और इसकी रिपोर्ट सरकार को दें। खास बात ये है कि कलेक्टर, पंचायत सचिव एवं ग्राम सहायक सहित अन्य  मैदानी अमले की मदद लेकर ये भौतिक सत्यापन कराएंगे।सरकार के इस फैसले के बाद ना सिर्फ गड़बड़ियों पर लगाम लगेगी बल्कि पात्र पेंशनभोगियों को भी समय पर पेंशन का लाभ मिल सकेगा।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News