भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना काल (Corona Cirsis) में सबसे ज्यादा असर शिक्षा पर पढ़ा है, ऐसे में मप्र का उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) कॉलेज छात्रों (College Student) के हित में नित नए फैसले ले रहा है। इसी कड़ी में अब उच्च शिक्षा मंत्री ने फैसला किया है कि सत्र 2021-22 के अंतर्गत महाविद्यालयों (College) एवं विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाया जायेगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों को निकटस्थ महाविद्यालयों और उनकी वरीयता अनुसार प्रवेश दिया जाये।
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दरअसल, आज मंगलवार को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Higher Education Minister Dr. Mohan Yadav) मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग संबंधित प्रवेश नियम एवं मार्गदर्शी सिद्धांत सत्र 2021-22 की समीक्षा कर रहे थे।इस दौरान उन्होंने कहा कि सत्र 2021-22 के अंतर्गत महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों (Colleges and Universities Admission 2021) में प्रवेश प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाया जायेगा। विद्यार्थियों (College Student) को सुविधाजनक एवं पारदर्शी ढंग से प्रवेश लेने में कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को निकटस्थ महाविद्यालयों और उनकी वरीयता अनुसार प्रवेश दिया जाये। विद्यार्थियों के प्रवेश संबंधी दस्तावेजों को ऑनलाइन स्केन (Online Scan) कर लिया जाये, जिससे उन्हें महाविद्यालयों में सत्यापन के लिये बार-बार दस्तावेज नहीं ले जाना पड़ें। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन जारी किये गये जाति प्रमाण-पत्रों (Caste Certificates) को स्केन करने की जरूरत नहीं होगी।
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डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यदि विद्यार्थी (Student) ने एक बार नामांकन(Enrollment) करा लिया है, तो दोबारा दूसरे पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिये नामांकन की आवश्यकता नहीं होगी। प्रवेश की समय-सीमा समाप्त हो जाने के बाद रिक्त सीटों को भरने के लिये प्राचार्यों को अधिकृत किया जायेगा। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में निजी क्षेत्र(Private Sector) के निवेश को बढ़ावा देने के लिये सरकारी नीतियों (Government Policy) में संशोधन पर भी चर्चा की।