भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश सरकार (MP School) ने कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के समस्त स्कूल एवं हॉस्टल को 31 जनवरी 2022 तक बंद कर दिया है। वही जनवरी 2022 में आयोजित होने वाली प्री-बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पृथक से आदेश जारी किए जाएंगे। इसी बीच ऑनलाइन क्लासेस को लेकर बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने स्कूलों के लिए एक एसओपी तैयार की है और स्कूल शिक्षा विभाग (MP School Education Department) को भेजी है।उम्मीद है कि सोमवार को सभी निजी और सरकारी स्कूलों में यह निर्देश जारी हो जाएंगे।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग (MP Child Rights Protection Commission) ने ऑनलाइन क्लासेस (Online Classes) को लेकर अभिभावकों और स्कूल शिक्षा विभाग को सतर्क किया है, शिक्षकों को भी बच्चों को ऑनलाइन कक्षा के दौरान ऑनलाइन गेम्स के बारे में जागरूक करने को कहा गया है। आयोग का मानना है कि बच्चे माता-पिता से ज्यादा शिक्षकों की बात मानते हैं। अगर शिक्षक बच्चों को आनलाइन गेम की लत से होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे तो वे जागरूक होंगे।आयोग इस संबंध में पत्र लिखकर सोमवार को प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को जारी करेंगे, जिससे निजी और सरकारी स्कूलों (MP Government/Private School) को इस संबंध में निर्देश जारी हो सके।
SOP के प्रमुख बिन्दु
- स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावकों को जानकारी देनी होगी कि ऑनलाइन क्लास कितने घंटे चलेगी।
- शिक्षक ऑनलाइन क्लास की शुरुआत करेंगे तब अभिभावकों को क्लास शुरू होने और उसकी समय अवधि की जानकारी देंगे।
- शिक्षक सप्ताह में एक बार अभिभावकों से बातचीत भी करेंगे और छात्रों के बारें में जानकारी लेंगे।
- ऑनलाइन क्लास के दौरान स्टूडेंट्स को निर्देशित करेंगे कि क्लास खत्म होने के बाद मोबाइल अपने पेरेंट्स को सौंप दें।
- होम वर्क या क्लासेस खत्म हो जाने पर अभिभावक मोबाइल अपने पास रखें।बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान दें।
- बच्चों के व्यवहार और गतिविधियों में कोई बदलाव दिखाई देता है, तब तुरंत उसका समाधान करें।