भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के किसानों (Farmers) के लिए बड़ी खुशखबरी है। शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने किसानों के हित में एक और बड़ा फैसला लिया है।इसके तहत गेहूं, चना, मसूर, सरसों और मूंग के बाद अब अतिवर्षा से प्रभावित बाजरा (Millet) की खरीदी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर होगी। इसके लिए सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिखा है और विशेष अनुमति मांगी है।
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दरअसल, इस साल जून से लेकर अगस्त तक मध्य प्रदेश में भारी बारिश (Heavy Rain) हुई थी, इसमें ग्वालियर चंबल संभाग में तो बाढ़ आ गई थी, ऐसे में जनजीवन तो अस्त व्यस्त हुआ ही, लेकिन बाजरा की फसल जमकर प्रभावित हुई। कई जगह पर बाजरा काला पड़ गया तो कई जगह दाना छोटा रह गया। इसके चलते 29 नवंबर से शुरु हुई समर्थन मूल्य (प्रति क्विंटल दो हजार 250 रुपये) पर खरीदी रोक दी गई थी, ऐसे में किसानों के विरोध और भारी नुकसान को देखते हुए शिवराज सरकार ने फिर से खरीदी शुरु करने का फैसला किया है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री डा. अरविंद सिंह भदौरिया ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से चर्चा की है और केंद्र सरकार को पत्र भेजा है, जिसमें किसानों के हित को देखते हुए ग्वालियर-चंबल (Gwalior-Chambal Division) इलाके में अतिवर्षा के कारण प्रभावित बाजरे को एफएक्यू (FAQ) में विशेष रियायत देते हुए खरीदा जाए।वही केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया है कि इस पर सहमति जल्द दी जाएगी। इसे सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की दुकानों से सस्ता अनाज योजना के तहत वितरित किया जाएगा।