इंदौर, आकाश धोलपुरे। कांग्रेस (Congress) के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma ने शुक्रवार को मीडिया से बात कर कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। उन्होंने नगरीय निकाय चुनावों (urban body elections) से लेकर बारिश के न होने पर भी बीजेपी (BJP) और सीएम शिवराज (CM Shivraj) पर तंज कसते हुए जमकर निशाने साधे। पूर्व मंत्री ने नगरीय निकाय चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए और आयोग पर लोगो को भ्रमित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जनवरी 2022 से पहले प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव नहीं होंगे। वहीं उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया जाए। साथ ही मप्र की कमान भी सौंपी जाए। नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर उन्होंने ये भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष बनने की मेरे अंदर भी काबिलियत है पर मैं किसी रेस में शामिल नहीं होना चाहता।
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विधानसभा सत्र को लेकर वर्मा बोले- सज्जन
इधर, विधानसभा सत्र को लेकर वर्मा बोले की सीएम शिवराज सिंह चौहान जान बूझकर छोटा सत्र रखते हैं। इसके लिए उनके पूरे कार्यकाल का इतिहास उठाकर देख लो 2 दिन 4 दिन 6 दिन से ज्यादा का सत्र सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आयोजित ही नहीं किया है। 9 अगस्त से शुरू होने वाले सत्र का पहला दिन दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि की भेंट चढ़ जाएगा। बाकी 2 दिन सरकार के मंत्री और विधायक हंगामा करके सत्र खत्म करवा देंगे। जबकि एक मजबूत विपक्ष के रूप में कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक लोगो की समस्या उठाना चाह रही है। क्योंकि कोरोना काल में प्रदेश पर बड़े कर्जे के बोझ, बढ़ती महंगाई और लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर कांग्रेस सवाल करना चाहती है लेकिन ये बात नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे मध्य प्रदेश को ढाई लाख करोड़ के कर्जे में ला दिया गया है और इन सब जनहित के मुद्दों पर बात सरकार नहीं करेगी। जिसकी पटकथा पहले से लिखी जा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम और सरकार जनहित के मुद्दों से दूर भागती है। ये ही वजह है कि सदन में शिवराज सरकार के जख्म ताजा हो जाएंगे। इसीलिए तीन दिन का सत्र बुलाया जा रहा है। वर्मा ने सीएम को डरपोक मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि वो सब मुद्दों से भागते है। विपक्ष के पास दो ही सशक्त माध्यम है एक सदन जहां से पूरी जनता को मैसेज जाता है वही दूसरा सड़क पर आंदोलन कर लोगो की परेशानियों को रखा जाता है। साथ ही आगामी विधानसभा सत्र में अपशब्दों का प्रयोग बंद किये जाने को लेकर पूर्व मंत्री बोले कि यह अच्छी बात है लेकिन बीजेपी के विधायक और मंत्री ही सबसे पहले अपशब्दों की मर्यादा को तोड़ेंगे। वर्मा ने कहा कि अपशब्दों के इस्तेमाल के चलते ही आज के समय राजनेताओ की छवि 2 से 5 कोड़ी की हो गई है।
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बारिश न होने पर शिवराज पर कसा तंज
इधर, प्रदेश में बारिश न होने पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा और कहा प्रदेश के किसानो में अब ये भ्रम हो गया है कि जब भी सीएम शिवराज के पैर प्रदेश में पड़े हैं तो बारिश नहीं हुई है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि ये भ्रम टूट जाये ताकि पानी बरस जाए और प्रदेश के किसानों को राहत मिल सके।
राजस्थान की राजनीतिक पर कहा
राजस्थान का राजनीतिक संकट टल गया है और वहां नेतृत्व को लेकर पार्टी ने फार्मूला तय कर लिया गया है। अगले 2 साल राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार अच्छे से चलेगी ये बात भी वर्मा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही। इधर, पंजाब की राजनीतिक खींचतान को लेकर कहा की हाईकमान को कड़े निर्णय लेने की बात भी वर्मा ने कही और कहा कि पार्टी हाईकमान को पॉवर जनरेटर की तरह काम करना चाहिए।
जनसंख्या कानून कही यह बात
जनसंख्या कानून को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि ये कानून राजनीति से प्रेरित नहीं होना चाहिए। एक-दो राज्य नहीं बल्कि पीएम मोदी को पूरे देश मे एक साथ कानून लागू करने की घोषणा करनी चाहिए। इधर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागरिक उड्डयन मंत्री बनाने के सवाल पर वर्मा ने कहा कि बच्चे जब रोते हैं तब उन्हें झुनझुना या लॉलीपॉप दे दिया जाता है। इन सब बातों के अलावा पूर्व मंत्री केंद्र सरकार और उसकी नीतियों के लेकर भी सवाल उठाये।