इंदौर। स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
रविवार को इंदौर में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैली थी रैली के दौरान बकायदा नेताओ और कार्यकर्ताओ ने उत्साह दिखाकर स्वागत की विशेष तैयारी की थी। तैयारियों के लिहाज से इंदौर के बड़े गणपति क्षेत्र के मंच से नड्डा को पगड़ी भी पहनाई गई हालांकि इस दौरान नड्डा के काफिले की दो कारो में हल्की टक्कर भी हो गई बावजूद उसके बीजेपी का जोश थमा नही। लेकिन जोश जोश में बीजेपी के होंश अंततः नगर निगम के एक नोटिस ने उड़ा दिए। दरअसल, देश के सबसे स्वच्छ शहर में बीते लंबे समय से होर्डिंग, बैनर पोस्टर लटकाने सहित गन्दगी पर प्रतिबंध है बावजूद इसके रैली मार्ग के कई स्थानों पर होर्डिंग और बैनर लगे थे। जिसके बाद कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष मुकेश यादव और राजीव विकास केंद्र अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने होर्डिंग्स को लेकर निगम उपायुक्त को शिकायत की। शिकायत में कांग्रेस ने बताया कि स्वयं मुख्यमंत्री कमलनाथहोर्डिंग प्रतिबंधित कर चुके हैं बावजूद इसके अवैध रूप से शहर में बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत के लिए बिना अनुमति के ही ढेर सारे होर्डिंग लगाए गए हैं। इसके बाद निगम हरकत में आया और निगम के मार्केटिंग विभाग द्वारा इंदौर बीजेपी के नाम चालानी नोटिस भेजा गया जिसके मार्फत 13 लाख 46 हजार रुपए का भारी जुर्माना भी चुकाने के आदेश जारी किए गए। होर्डिंग शनिवार रात शहर के अलग अलग मार्गों के स्ट्रीट लाइट, पोल व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए थे इधर, इस मामले में बीजेपी ने किसी भी प्रकार के नोटिस मिलने से इन्कार किया है जबकि निगम ने बीजेपी नगर अध्यक्ष गोपी नेमा को पत्र भेजकर 13 लाख 46 हजार रुपए की वसूली का नोटिस भेजा है जिसमे इसमें होर्डिंग्स के एवज में 12 लाख 21 हजार 300 रुपए और इन्हें हटाने में निगम के संसाधनों के खर्च हुए एक लाख 25 हजार रुपए की रकम भी शामिल है। अब निगम प्रशासन ने नियमो के तहत अपने अधिकारों का उपयोग कर बीजेपी को जुर्माना राशि जमा करने का चालान तो भेज दिया है लेकिन अब बीजेपी, क्या होर्डिंग पर सियासत करेगी या नही इस पर सवाल बने हुए है क्योंकि नोटिस के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है।