भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं मे बयानबाजी का दौरा तेजी से चल रहा है। नेता अपने ही पार्टी पर हमला बोलने से नही चूक रहे है। खास करके विधानसभा चुनाव की हार के बाद बीजेपी में ज्यादा अंतरकलह मची हुई है। 29 सीटों पर जीत का दावा करने वाले पार्टी के अंदरखानों में सबकुछ ठीक नही चल रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज पर निशाना साधा है। शर्मा ने शिवराज के लोकसभा चुनाव लड़ने पर आपत्ति जताई है। शर्मा का कहना है हर जगह शिवराज ही चुनाव लड़े यह प्रवृत्ति ठीक नहीं ।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज का नाम विदिशा लोकसभा सीट से चर्चा में चल रहा है। वर्तमान में यहां से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सांसद है औऱ बीते दिनों ही उन्होंने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। जिसके बाद से ही शिवराज का नाम दौड़ में शामिल हो गया है। हालांकि कई अन्य नेताओं द्वारा भी यहां से दावेदारी पेश की जा चुकी है। वही पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने शिवराज सिंह चौहान के लोकसभा चुनाव लड़ने का विरोध किया है। शर्मा का कहना है कि शिवराज अभी विधायक है । हर जगह शिवराज ही चुनाव लड़े यह प्रवृत्ति ठीक नहीं । यदि उन्हें पार्टी चुनाव लड़ने के लिए भी कहती है तो उन्हें मना कर देना चाहिए। उन्हें पार्टी से कहना चाहिए कि मैं लोगों को जिताउंगा अब मैं खुद नहीं लड़ूंगा। इस सोच को उनको दिखाना चाहिए। ऐसा करके उन्हें कार्यकर्ताओं के सामने आदर्श सोच को प्रस्तुत करना चाहिए ।
हालांकि यह पहला मौका नही है जब शर्मा ने शिवराज पर हमला बोला हो। इसके पहले भी वे शिवराज और अपनी ही पार्टी पर निशाना साध चुके है। बीते दिनों बीजेपी कार्यालय में बैठक के दौरान शिवराज के देरी से आने और भाषण देकर चले जाने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने बिना नाम ही शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा था कि लोग तो भाषण देकर चले गए। संगठन ने जिम्मेदारी दी है तो उन्हें पूरे समय बैठक में उपस्थित रहना चाहिए। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की तरफ देखते हुए कहा न समय से बैठकें शुरू होतीं हैं कार्यकर्ता को मिलने का समय नहीं मिलता। एक-एक दिन में बिना मतलब की दस-दस बैठकें होती हैं। इनमें कुछ कार्ययोजना बनने की बजाए भाषण-बाजी हो जाती है। ऐसे भाषणों का क्या लाभ होगा। इसके बाद अब फिर उन्होंने शिवराज पर हमला बोला है।
टिकट वितरण पर भी सवाल उठा चुके शर्मा
इसके पहले सोमवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने टिकट वितरण को लेकर सवाल उठाे थे।उन्होंने कहा था कि पार्टी को परिक्रमावादी और पराक्रमवादी में नेतृत्व का अंतर समझना चाहिए । परिक्रमा वादी टिकिट तो ले आते है लेकिन पार्टी की सेहत के लिए ये ठीक नही होते है। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों का चयन सही नहीं हुआ था, जिसका खामियाजा आपके सामने है। चुनाव के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की वर्किंग में लापरवाही देखी गई। वही अपने लोकसभा चुनाव लड़ने पर शर्मा ने कहा था कि पिछले चुनाव में मुझे भी तैयारी करने को कहा था, पर मेरे साथ भी कपट किया गया। अब मैं टिकिट के लिए किसी के सामने याचना करने नही जाऊंगा, पार्टी को ठीक लगे तो टिकिट दें वरना ना दे।