लगातार सांसद का चुनाव जीत रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को 2019 के लोकसभा चुनाव में धराशाई करके बीजेपी के टिकट पर लोकसभा पहुंचने वाले सांसद के पी यादव गुस्से में है। गुस्से की वजह बनी है महेंद्र सिंह सिसोदिया का दो दिन पहले दिया गया मंच से बयान जिसमें वे ज्योतिरादित्य सिंधिया की हार की पीड़ा को सार्वजनिक रूप से व्यक्त कर रहे हैं और कह रहे हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता से गलती हो गई।
दरअसल उस समय कांग्रेस के टिकट पर लड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हार गए थे। बाद में परिस्थितियां बदली और सिंधिया ने बीजेपी का दामन थाम राज्यसभा के रास्ते केंद्रीय मंत्री का पद भी पा लिया। महेंद्र सिंह सिसोदिया ने मंच से यह भी कहा था कि महाराज आप बड़े हैं, बड़प्पन दिखाते हुए माफी का भाव रखें।
MP: किसानों के लिए बड़ी खबर, इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, 1 लाख तक मिलेगा लाभ, ऐसे करें आवेदन
के पी यादव का कहना है कि महेंद्र सिंह सिसोदिया का यह बयान एक मूर्ख का बयान है जिसे यह भी नहीं पता कि बीजेपी मैं रहकर बीजेपी की जीत के बारे में उसे भूल बताना सही है या नहीं। इससे भी एक कदम आगे बढ़ कर के पी यादव ने सिसोदिया को 2020 में बीजेपी में शामिल करने पर भी सवाल खड़े कर दिए।
केपी ने कहा कि अब तो ऐसा लगता है कि 2020 में महेंद्र सिंह सिसोदिया जैसे लोगों को भाजपा में शामिल करना शायद भूल थी। कांग्रेस महेंद्र सिसोदिया पर केपी यादव के इस कटाक्ष पर मजे ले रही है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया है कि एक बार फिर बिकाऊओ के खिलाफ टिकाऊओ का मोर्चा खुल गया है।