मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए हर स्तर पर तैयारियां जारी हैं। जहां राजनीतिक दल अपने प्रचार में जुटे हैं वहीं सरकारी अमला भी अपनी अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। चुनावों में सरकारी कर्मचारियों की भी अलग अलग स्थानों पर ड्टूटी लगाई जाती है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि किसी ऐसे कर्मचारी की ड्यूटी उस जगह लग जाती है, जिस कार्य को करने के लिए वो सक्षम नहीं होता है। ऐसा ही कुछ हुआ है आठवीं पास चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विक्रम सिंह के साथ। उन्हें मतदान सामग्री प्राप्त करने का प्रभारी बना दिया गया है और इसके बाद अब नियमानुसार उनके अधीन पटवारी एवं अन्य 12 कर्मचारी काम करेंगे। इस बात से परेशान विक्रम सिंह ने अपनी ड्यूटी बदलवाने का आवेदन दिया है।
पद अनुरूप ड्यूटी लगाने की मांग
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को हो रहे निर्वाचन को लेकर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। इसमें नापतौल विभाग में कार्यरत विक्रम सिंह जो कि श्रम सहायक चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत हैं, उनको इस चुनाव में मतदान सामग्री प्राप्त करने का प्रभारी बना दिया गया है। वहीं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अंतर्गत पटवारी सहित अन्य विभागों के क्लास 3 सहित 12 कर्मचारी अधीन कर दिए गए हैं।
इस बात को लेकर विक्रम सिंह बेहद परेशान हैं। उनका कहना है कि वो सिर्फ आठवीं पास हैं और उनके लिए इस जिम्मेदारी को निभा पाना कठिन होगा। वे इस आदेश को लेकर परेशान हो रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, पिछली बार 2018 विधानसभा चुनाव में भी उन्हें पीठासीन अधिकारी बना दिया गया था और तब भी वह बहुत परेशान हुए थे लेकिन किसी ने उनकी फरियाद नहीं सुनी। उनका कहना है कि चुनाव में जरा सी चूक होने पर नौकरी खतरे में पड़ जाती है इसीलिए ये जिम्मेदारी किसी वरिष्ठ को देनी चाहिए। अब इस बात को लेकर विक्रम सिंह ने जिला कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को पद के अनुरूप ड्यूटी लगाने का आवेदन दिया है।