भारत का इकलौता मंदिर, जहां होती है गीता के उपदेशक के रुप में श्री कृष्ण की पूजा, अनोखा है रहस्य

यहां आने वाले सभी दर्शनार्थि बहुत ही उम्मीदों के साथ आते हैं। सालों भर यहां पर दर्शकों का जमावड़ा लगा रहता है। सुबह से ही मंदिर के पट खोल दिए जाते हैं। विधि-विधान पूर्वक मूंछों वाले भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है।

Sanjucta Pandit
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Moustached Lord Krishna : हम सभी ने भगवान श्री कृष्ण के बारे में अवश्य सुना है। जिनका सनातन धर्म में काफी महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है, जिन्हें लोग कान्हा, लड्डू गोपाल, देवकी नंदन, आदि कई नाम से जाना है। जिनकी जन्म नगरी मथुरा मानी जाती है, जहां कारागार में उनका जन्म हुआ था। वह वृंदावन में बड़े हुए, उनकी लीलाएं काफी ज्यादा अनोखी और लुभावनी थी। वैसे तो भगवान श्री कृष्ण की मंदिर बहुत से स्थान पर देखने को मिलेगी, लेकिन आज हम आपको उस धाम के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां दर्शन मात्र से भक्तों के सभी संकट और कष्ट दूर हो जाते हैं।

यहां पर सभी देवी-देवताओं की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। भारत में सालों भर कोई ना कोई पर्व त्यौहार मनाया जाता है। कुछ पूरे देश भर में बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं, तो कुछ त्योहार रीजनल होते हैं।

भारत का इकलौता मंदिर (Moustached Lord Krishna)

भारत संस्कृति और सभ्यता को अपने में समेटे हुए हैं। यहां धार्मिक स्थल से लेकर ऐतिहासिक स्थल, समुद्री बीच से लेकर पहाड़ की वादियां लोगों का मन मोह लेती है। एक से बढ़कर एक मंदिर हमारे देश में स्थित है, जिसकी शैली, नक्काशी काफी ज्यादा अद्भुत और पुरानी है, जो अपने साथ गौरवशाली इतिहास समेटे हुए हैं। इसके बारे में लोगों को जानकारी हासिल करने की भी काफी ज्यादा अभिलाष होती है। यहां हर समुदाय के लोग मिलजुल कर एक साथ एकजुटता के साथ रहते हैं।

चेन्नई में स्थित

इस धाम में मूंछों वाले कृष्ण भगवान मौजूद है, जो कि चेन्नई में स्थित है। इस मंदिर का नाम पार्थसारथी मंदिर है, जिसे आठवीं शताब्दी में पल्लवन द्वारा बनाया गया था। यह भारत का इकलौता मंदिर है, जहां कृष्ण जी को गीता के उपदेशक के तौर पर पूजा जाता है।

मंदिर का रहस्य

मंदिर के महत्व की बात करें, तो यहां पर बहुत सारे रहस्य जुड़े हुए हैं। ऐसी मान्यता है कि इस धाम की नींव राजा नरसिंह वर्मन प्रथम ने रखी थी। जिसका नामकरण यहां के पवित्र तालाब के नाम के आधार पर किया गया था, जिसमें 5 पवित्र कुएं हैं। ऐसा माना जाता है कि इन कुंओं का जल गंगा नदी से भी ज्यादा पवित्र है। यहां पर भगवान विष्णु के अन्य अवतारों की झलक मिलती है।

यहां आने वाले सभी दर्शनार्थि बहुत ही उम्मीदों के साथ आते हैं। सालों भर यहां पर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है। सुबह से ही मंदिर के पट खोल दिए जाते हैं। विधि-विधान पूर्वक मूंछों वाले भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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