भोपाल। प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं। ऐसे में सरकार सोमवार को कानून-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक करने जा रही है। जिसमें राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अन्य महानगर एवं जिलों की चर्चा होगी। राजधानी में छेड़छाड़, लूट, चैन स्नेचिंग, बाइक चोरी की बढ़ती घटनाओं से मुख्यमंत्री बेहद खफा है। संभवत: अगले कुछ दिनों के भीतर भोपाल पुलिस में बड़ा बदलाव हो सकता है। वहीं प्रदेश में अलग अलग क्षेत्रों में बिगड़े कानून व्यवस्था की शिकायतें भी सरकार तक पहुंची है, जिसके चलते इन जिलों में कसावट के तौर पर कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है| बैठक में लॉ एंड आर्डर के सम्बन्ध में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं, साथ ही सीएम अपराध पर लगाम लगाने के लिए गुंडे, बदमाशों और अवैध कारोबारों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश अधिकारियों को दे सकते हैं|
मुख्यमंत्री कमलनाथ के संज्ञान में यह मामला आया है कि राजधानी पुलिस अपराध रोकने की बजाए संगीन अपराधों को दूसरी धारा में दर्ज कर रही है। लूट की घटना को साधारण चोरी बताकर दर्ज किया जा रहा है। इतना ही नहीं पिछले कुछ महीनों में शहर में बाइक चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं एवं जुआ-सट्टा भी नहीं थम रहा है। लेकिन पुलिस गिरोह तक नहीं पहुंच पाई है। यह स्थित तब है कि जब राजधानी के प्रमुख चौराहे एवं मार्ग सीसीटीवी फुटेज से लैस हैं। राजधानी पुलिस पर हमले की घटनाएं भी हाल ही में सामने आई हैं। जनप्रतिनिधियों ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री को यह शिकायत की थी। बताया गया कि भोपाल पुलिस में थाना स्तर से शीर्ष स्तर पर बड़ा बदलाव हो सकती है। सरकार को चिंता इस बात की है कि राजधानी में बढ़ते अपराधों से सरकार की ज्यादा बदनामी होती है।
समीक्षा बैठक में रहेंगे ये मुद्दे
कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में हर जिले के अपराधिक रिकॉर्ड पेश किए जाएंगे। जिसमें हत्या, लूट, छेड़छाड़, दुष्कर्म जैसे संगीन अपराधों पर अंकुश लगाने पर चर्चा होगी।