भोपाल। लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद कांग्रेस में उथल पुथल की स्तिथि है| पार्टी के अंदर नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठने लगी है| जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष बदलने की अटकलें तेज हो गई है| खबर है कि सीएम कमलनाथ ने खुद प्रदेशाध्यक्ष के पद से इस्तीफे की पेशकश की है। इधर बदलाव की आहट से करीब आधा दर्जन नेताओं के नामों की चर्चा शुरु हो गई है, जिनमें कुछ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्षों के नाम भी शामिल हैं। हालांकि कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कमलनाथ के इस्तीफे की पेशकश की खबरों को भ्रामक बताया है। बता दे कि देशभर में कांग्रेस के कई प्रदेश अध्यक्ष इस्तीफे की पेशकश कर चुके है। शनिवार को खुद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकर की थी जिसे अस्वीकार कर दिया गया। इसके बाद अब कमलनाथ के इस्तीफे की चर्चा है, क्यूंकि कमलनाथ एक साथ दो बड़े पदों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं|
दरअसल, विधानसभा में जीत के बाद कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह लोकसभा चुनाव में भी बेहतर प्रदर्शन करेगी और 20 -22 सीटें जीतेगी, लेकिन नतीजे इसके उलट आए ,पार्टी के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने घर गुना से हार का मुंह देखना पड़ा है और कई दिग्गजों के किले भी ढह गए। नतीजों के बाद से ही कांग्रेस में जमकर हड़कंप मचा हुआ है और बिखराव नजर आने लगा है| नेता खुलकर प्रदेश संगठन में बदलाव की बात कर रहे है।हाल ही में कांग्रेस के जिला कोषाध्यक्ष गोविंवद गोयल ने फेसबुक से पोस्ट कर प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ से उनके काम की रिपोर्ट मांगी थी, वही दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने ट्वीटर के माध्यम से संगठन में बदलाव करने की मांग की थी। वही सिंधिया समर्थकों और मंत्रियों द्वारा प्रदेशाध्यक्ष की कमान उन्हें दिए जाने की मांग की जा रही है। इन सब के बीच कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया का बड़ा बयान सामने आया है। एक समाचार एजेंसी से चर्चा के दौरान बावरिया ने खुलासा किया है कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है। वहीं कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कमलनाथ के इस्तीफे की पेशकश की खबरों को भ्रामक बताया है और कहा है कि सीएम की तरफ से ऐसे किसी इस्तीफे की पेशकश नहीं की गई है। मीडिया में चल रही खबरें भ्रामक और असत्य हैं।
इन नेताओं के नाम चर्चा में
नतीजों के बाद देशभर में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों के इस्तीफों की पेशकश के बीच मप्र में भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के स्थान पर नए नेता की नियुक्ति की अटकलें शुरू हो गईं। वही कई नामों की भी चर्चा शुरु हो गई है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी, अरुण यादव जैसे जीतू पटवारी, पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का नाम प्रदेशाध्य के लिए आगे बढ़ाया गया है। हालांकि पार्टी की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नही दी गई है।
मंत्री की मांग सिंधिया को मिले प्रदेशाध्यक्ष की कमान
इसी के साथ कमलनाथ कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे की मंत्री इमरती देवी भी ये मांग कर चुकी है कि अब महाराज को प्रदेश की कमान मिलनी चाहिए। उन���होंने शनिवार को मीडिया से चर्चा के दौरान भी कहा था कि मैं पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मांग करूंगी कि महाराज को प्रदेश की कमान सौंपें।
कांग्रेस विधायक ने की संगठन में परिवर्तन की मांग
दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने सीधे संंगठन नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था सही व्यक्ति को संगठन का काम सौंपने की ज़रूरत है। साथ ही कार्यकर्ताओं को जोश भरते हुए निराश ना होने की बात कही। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था ”कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता भाईयों,बहनों निराश न हो।जब मनुश्य पुनर्जन्म ले सकता है,तो अपनी पार्टी भी पुन्ह जीवित होगी,बस अवश्यक्ता है तो सही व्यक्ति को संगठन का काम देना।”
AICC General Secretary Deepak Babaria of MP: CM Kamal Nath has offered his resignation from the post of Madhya Pradesh Congress committee President. (File pic) pic.twitter.com/1iuHpAjYrE
— ANI (@ANI) 25 May 2019