भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। गुरूवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के पोर्टल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होने घोषणा की कि भोपाल में महिलाओं के स्वसहायता समूहों (Self Help Group) द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए भोपाल हाट में आजीविका मिशन मार्ट बनाया जाएगा। उन्होने कहा कि स्व सहायता समूहों के उत्पादों को बड़ी कंपनियों से जोड़ा जाएगा। इसी के साथ राशन समूहों के संचालन का कार्य भी महिला समूहों को दिया जाएगा। सीएम ने आजीविका मिशन के अंतर्गत तैयार किये गए विभिन्न उत्पादों का अवलोकन किया और जनता से ये उत्पाद खरीदने का आग्रह भी किया। इस अवसर पर खुद सीएम ने स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की ब्रांडिंग की।
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सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश की गरीब और निम्न, मध्यम वर्ग की बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आजीविका मिशन रामबाण है। आजीविका मिशन से बड़ा कोई ब्राण्ड नहीं हो सकता, यह शुद्धता की गारंटी है। इसके उत्पादों की “सौ फीसदी शुद्धता” के आधार पर ब्रांडिंग की जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आजीविका मार्ट पोर्टल पर कच्ची घानी सरसों का तेल, मूंगफली का तेल, अदरक-लहसुन पेस्ट, बेसन, दलिया और मल्टीग्रेन आटे की ब्रांडिंग की शुरूआत की। उन्होने इन उत्पादों का उपयोग करने के लिए जन-सामान्य को प्रेरित किया। इससे स्व-सहायता समूहों की गतिविधियों से आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्व-सहायता समूह से जुड़ी प्रत्येक महिला की आय में 10 हजार रूपए प्रतिमाह की बढ़ोत्तरी हो। महिलाएं मेहनत और प्रमाणिकता के साथ अपना काम करें, आगे बढ़ें सरकार हर कदम पर आपके साथ है। महिला स्व-सहायता समूहों को सुदृढ़ करने के लिए इस वर्ष 2550 करोड़ रूपये बैंक ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है। राशन (पीडीएस) की दुकानें संचालित करने की जिम्मेदारी भी अब स्व-सहायता समूहों को दी जाएगी। इसके साथ ही स्व-सहायता समूहों के आय स्तर में वृद्धि के लिए श्रेष्ठ काम करने वाले क्लस्टर लेवल फेडरेशन को एक करोड़ रूपए का ईनाम दिया जाएगा। भोपाल स्थित भोपाल हाट में समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए आजीविका मार्ट की स्थापना की जाएगी। व्यापार बढ़ाने के लिए ऑनलाइन कॉमर्स पोर्टल के साथ भी लिंकेज किया जाएगा। महिला समूह के लिए सिंघाड़ा और मछली के व्यापार के लिए विशेष परियोजना बनाई जाएगी। समूहों के सभी पात्र सदस्यों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कार्यक्रम में आजीविका मिशन से जुड़कर स्वयं के साथ दूसरों को आर्थिक रूप से सशक्त एवं सफल बनाने वाली महिला मीरा, कमली पटेरिया और आशा को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि इस साल 2,550 करोड़ रुपये महिला स्वसहायता समूहों के खातों में बैंक लिंकेज के माध्यम से डाले जाएंगे। इसके अलावा सरकार की तरफ से भी 1,000 करोड़ की मदद दी जाएगी। उन्होने कहा कि आजीविका मिशन महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए नया उपकरण बना है। आज हमने इसके अनेक उदाहरण देखे। मैं अपनी सभी बहनों को बधाई देता हूँ। हम इस काम को और तेज़ी से आगे बढ़ाएंगे।
सीएम ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण के लिए हम निरन्तर कार्य कर रहे हैं। इसका परिणाम है कि आज मध्यप्रदेश की बेटियाँ और महिलाएँ अनेक क्षेत्रों में तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं। इस दौरान उन्होने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में #COVID19 काल में महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने मंत्रीगण के साथ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के पोर्टल का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री जी ने आजीविका मिशन के अंतर्गत तैयार किये गए विभिन्न उत्पादों का अवलोकन किया और जनता से ये उत्पाद खरीदने का आग्रह किया। pic.twitter.com/9W5WjXdzlF
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) September 16, 2021