भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मंगलवार को लाडली लक्ष्मी योजना के तहत कक्षा 6वीं, 9वीं व 12वीं की 95 हजार 434 बेटियों के खातों में 27.90 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति राशि का अंतरण कर किया गया। इसी के साथ 69,373 नई बालिकाओं को लाडली लक्ष्मी प्रमाण पत्र का वर्चुअल वितरण किया गया। इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “आज मेरा मन बहुत खुशी और आनंद से भरा हुआ है, क्योंकि आज मैंने लाडली लक्ष्मी बेटियों से बात कर ली। मैं सबसे ज्यादा प्रसन्न एवं आनंदित तब होता हूं, जब बच्चों, विशेषकर बेटियों के बीच होता हूं! एक जमाना था कि हर माता-पिता चाहते थे कि उनके घर बेटे का जन्म हो, क्योंकि बेटे को बुढ़ापे का सहारा मानते थे। तब से ही मैं चाहता था कि बेटी बोझ न लगे, बल्कि वरदान बन जाये। मुख्यमंत्री बनते ही मैंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह और लाडली लक्ष्मी योजना बनाई।”
सीएम शिवराज ने आगे कहा कि “लाडली लक्ष्मी योजना में हमने पढ़ाई के साथ राशि को जोड़ा ताकि हमारी बेटियां लखपति भी हों और पढ़-लिखकर अपने माता-पिता तथा प्रदेश का भी नाम रौशन करें। आज जब मेरी लाडली लक्ष्मी बेटियां कहती हैं कि मुझे पढ़-लिखकर डॉक्टर, इंजीनियर, अफसर बनूंगी, तो मन आनंदित हो जाता है और मुझे लगता है कि इस योजना को बनाना सार्थक हो गया। मेरी बेटियों, आगे बढ़ना है। इसके लिए लक्ष्य बनाओ और उसका रोडमैप बनाओ। अनुशासित होकर जीवन को संतुलित तरीके से जीना प्रारंभ करो, ताकि लक्ष्य की प्राप्ति सहज ही संभव हो सके। देश और प्रदेश की बेटियां हर क्षेत्र में सफलता का परचम फहरा रही हैं। मेरी बेटियों मैं तुम्हें सफल होते हुए देखना चाहता हूं, क्योंकि मेरी जिंदगी और लाडली लक्ष्मी योजना की सफलता ही इसमें है कि आप जो चाहो, वो बन जाओ। मैं बेटों की गारंटी नहीं लेता कि वे अपने माता-पिता के बुढ़ापे की लाठी बनेंगे या नहीं, लेकिन बेटियों की गारंटी जरूर ले सकता हूं कि जब तक इनकी सांस चलेंगी, ये अपनी माता-पिता की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।”