भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है प्रदेश के हर जिले में हवाई पट्टी बनाई जाएगी। साथ ही जिलों को उड़ान से जोड़ने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी। शुक्रवार को जबलपुर से दिल्ली, इंदौर और मुंबई के लिए इंडिगो की नई उड़ानों के शुभारंभ पर उन्होने ये बात कही। उन्होेन वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ इन उड़ानों का शुभारंभ किया।
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सीएम शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छोटे शहरों को हवाई सुविधा से जोड़ने का सपना पूरा करने के लिए प्रदेश के हर जिले में हवाई पट्टी बनायी जाएगी। इसी के साथ उन्होने केन्द्रीय मंत्री सिंधिया से जबलपुर एयरपोर्ट का नाम रानी दुर्गावती के नाम पर रखने का अनुरोध भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जन-भावनाओं का सम्मान होगा।
बता दें कि 20 अगस्त से जबलपुर से मुंबई और दिल्ली की विमान सेवा आरंभ हुई तथा जबलपुर से हैदराबाद और इन्दौर के लिए 28 अगस्त से विमान सुविधा उपलब्ध होगी। इसी प्रकार इंदौर से मुंबई और जबलपुर के लिए भी 28 अगस्त से विमान सेवा आरंभ होगी। मुख्यमंत्री अपने निवास से इस वर्चुअल कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इसमें केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह नई दिल्ली से कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर तथा जबलपुर सांसद राकेश सिंह भी वर्चुअली सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि हवाई चप्पल पहनने वाला नागरिक भी हवाई यात्रा कर सके। हम इस दिन को भारत में जल्द से जल्द लाना चाहते हैं। उड़ान योजना इसी संकल्प को साकार रूप देने का प्रयास है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया इस उद्देश्य को पूर्ण करने में पूरे समर्पण और गतिशीलता से लगे हैं। उन्होने कहा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्स सिंधिया ने जब कार्यभार ग्रहण किया तब मध्यप्रदेश के विभिन्न स्थानों से प्रति सप्ताह 424 उड़ाने संचालित हो रही थी, जो अब बढ़कर प्रति सप्ताह 588 हो गई हो गई हैं। इसी से साथ मुख्यमंत्री ने छोटे शहरों में हवाई सेवा शुरू करने में मध्यप्रदेश को विशेष सहयोग देने की भी केंद्रीय मंत्री से अपील की।
उन्होने कहा कि निवेश के लिए एयर कनेक्टिविटी आवश्यक है। जबलपुर में एयर कनेक्टिविटी बढ़ने से क्षेत्र का औद्योगिक व आर्थिक विकास होगा और पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी। जबलपुर के हवाई अड्डे के विस्तार के लिए राज्य शासन ने 730 एकड़ से अधिक भूमि हस्तांतरित की है। वहीं इंदौर को अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों से जोड़ने की आवश्यकता है। इंदौर देश का स्वच्छतम शहर और पहला वाटर प्लस शहर है। यह मध्यप्रदेश ही नहीं मध्य भारत का भी महत्वपूर्ण शहर है। इंदौर में देश का ग्रोथ इंजन बनने की क्षमता है।
इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा की जबलपुर में हवाई अड्डे के विस्तार के लिए 421 करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की गई है। टर्मिनल बिल्डिंग निर्माण एटीसी टावर और रनवे की लंबाई बढ़ाने का कार्य दिसंबर 2022 तक पूर्ण हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिक उड्डयन सेवाओं के प्रजातांत्रिककरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उड़ान योजना में 2025 तक 1000 एयर रूट प्रचलित करने और एक सौ हवाई अड्डे स्थापित करने की योजना है जिनमें से 363 रूट और 59 हवाई अड्डे स्थापित किए जा चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इंदौर में एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए 2300 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि विमान सेवा को हर नागरिक के साथ जोड़ना हमारा संकल्प है।