ममता बनर्जी पर सीएम का वार- राजनीति में कुछ स्थायी नहीं, परिस्थितियां बदलते देर नहीं लगती

Pooja Khodani
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ममता बनर्जी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों 2021 (West Bengal Assembly Elections  2021) की वोटिंग के बाद हुई हिंसा के बाद सियासत गर्मा गई है। मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली और दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक नेताओं के बीच जुबानी हमले तेज हो गए है। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने ममता बनर्जी पर हमला बोला है।सीएम ने कहा है कि दीदी याद रखना राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता। परिस्थितियों को बदलते देर नहीं लगती है, अंतत: दण्ड भोगना ही पड़ता है।

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सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीटर के माध्यम से ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए लिखा है कि पश्चिम बंगाल  में जिस प्रकार से टीएमसी (TMC) के कार्यकर्ताओं द्वारा लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, जनता पर अत्याचार किया जा रहा है, वह अत्यंत दुःखदायी और निंदनीय है। जनता ने अगर टीएमसी को जनादेश दिया है, तो उन्हें इसका सम्मान करना चाहिए।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा है कि टीएमसी को जनता ने अपना रक्षक चुना लेकिन इस पार्टी के कार्यकर्ता जनता के भक्षक बने हुए हैं और सिर्फ दो दिन में लोकतंत्र को खंडित कर दिया! ममता बनर्जी दीदी (Mamata Banerjee) को यह याद रखना चाहिये कि राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता है। परिस्थितियों को बदलते देर नहीं लगती है, अंतत: दण्ड भोगना ही पड़ता है।

बता दे कि नतीजों के बाद से पश्चिम बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच टकराव जारी है।बीजेपी ने टीएमसी पर कार्यकर्ताओं की हत्या और उनके घरों में तोड़फोड़ का आरोप लगाया है। नंदीग्राम समेत कई इलाकों में हिंसा की खबरों के बाद आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल दौरे पर पहुंच रहे है।वही बीजेपी ने 5 मई को देशव्यापी धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।इधर 5 मई को ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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