भोपाल। कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए राजधानी में संतों के साथ हवन-पूजन करने पर कंप्यूटर बाबा की मुश्किलें बढ़ गई है। कंप्यूटर बाबा और चंद्रशेखर रैकवार के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया है। बीजेपी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी| 7 मई को भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के पक्ष में साधु-संतों ने प्रचार किया था| कंप्यूटर बाबा ने हठयोग का आयोजन किया था जिसमें दिग्विजय को बुलाकर उनका प्रचार किया गया था| चुनाव आयोग ने इस पर आपत्ति जताई है|
कोहेफिजा पुलिस के पुलिस के मुताबिक उप जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से शिकायत हुई थी कि 8 मई को सेफिया कालेज ग्राउंड पर कम्प्यूटर बाबा और चंद्रशेखर रैकवार द्वारा आचार संहिता की शर्तों का उल्लंघन करते हुए हवन पूजन किया गया और रैली निकालकर कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के पक्ष में प्रचार किया गया। इसमें आचार संहिता का उल्लंघन हुआ था। बता दें कि चुनाव आयोग ने 9 मई को एक नोटिस भेजकर 24 घंटों के भीतर कंप्यूटर बाबा से जवाब मांगा था| इस कार्यक्रम को धार्मिक कार्यक्रम बताकर संत समागम की अनुमति ली गई थी, लेकिन दिग्विजय के पहुंचने के बाद यह कार्यक्रम राजनीतिक हो गया था| आयोजन स्थल पर दिग्विजय सिंह के बड़े-बड़े कटआउट लगाए गए थे। इसके दूसरे दिन नौ मई को कम्पयूटर बाबा ने साधु-संतों के साथ रोड-शो भी किया था। इस पूरे मामले की शिकायत भाजपा ने निर्वाचन आयोग से की थी।
बीजेपी ने की थी शिकायत
भोपाल में वोटिंग से पहले दिग्विजय के समर्थन में कंप्यूटर बाबा के नेतृत्व में साधु संतों के भोपाल आने और अहमदाबाद पैलेस स्थित न्यू सेफिया कॉलेज ग्राउण्ड में धुनी रमाने, हवन करने के मामले की शिकायत चुनाव आयोग की गई थी| भाजपा ने शिकायत की थी कि दिग्विजय सिंह ने साधुओं को प्रदेश के बाहर से बुलाया था और उन्हें दक्षिणा भी दी थी। कंप्यूटर बाबा ने हजारों साधुओं के साथ मिलकर हठ योग लगाया | इस हठ योग में साधु-संतों द्वारा रोजाना पूजा पाठ और कांग्रेस की जीत के लिए प्रार्थना की गई| इसी कड़ी में कंप्यूटर बाबा ने धूनी रमाई और उसके अगले दिन एक रोड शो भी निकाला था| भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायती पत्र सौंपकर भोपाल में दिग्विजय के समर्थन में जुटे साधुओं पर हो रहे खर्च को कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव खर्च में जोडऩे की मांग की थी। साथ ही दक्षिणा में दी गई राशि को भी चुनाव खर्च में जोड़ने की मांग की थी| भाजपा ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा था जिसमे आरोप लगाया कि 1500 साधुओं को बुलाकर प्रत्येक साधु को दक्षिणा के रूप में कम से कम 11,111 रूपए दिये गये तथा मठाधीशों को 1 लाख 1 रूपये दक्षिणा के रूप में दिये गये। साथ ही ठहरने और भोजन की व्यवस्था भोपाल के तीन चार स्थानों पर की गई। साधुओं का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिशें अपराध की श्रेणी में आता है।
हिन्दुओं की भावनाएं भड़का रहे बाबा
भाजपा ने आरोप लगाया था कि साधुओं को कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में बुलाया है। इस तरह हिन्दू मतदाताओं को आकर्षित कर उनकी धार्मिक भावनाओं को भड़काने के उद्देश्य से कम्प्यूटर बाबा जो कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के चुनाव प्रचार में संलग्न है उनके द्वारा हजारों साधुओं को एकत्रित कर यज्ञ करना, धूनी रमाई जा रही है। कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के चुनावी खर्चे में 50 लाख जोड़ा जाए।