भोपाल।
देश में छह चरणों में लोकसभा चुनाव हो चुके है और 19 मई को सातवें चरण के लिए चुनाव होना है। पर��णाम 23 मई को आएंगें, लेकिन इसके बाद ही बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही सरकार बनाने का दावा कर रही है। बीजेपी जहां अबकी बार फिर मोदी सरकार की बात दोहरा रहे है, वही कांग्रेस सरकार बनाने की रणनीति बनाने में जुटी हुई है।खास बात ये है कि सरकार बनाने के लिए राजनैतिक दलों से चर्चा की जिम्मेदारी यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे कहे जाने वाले मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ को सौंपी है।कमलनाथ ने सोनिया को भरोसा दिलाते हुए इसको लेकर काम करना भी शुरु कर दिया है।वही कांग्रेस के इस कदम से बीजेपी की धड़कने तेज हो गई है।
आज एक चैनल से चर्चा के दौरान खुद कमलनाथ ने इस बात का खुलासा किया।कमलनाथ ने कहा कि गठबंधन हो या ना हो लक्ष्य सबका एक है कि बीजेपी को सत्ता से बेदखल किया जाए। सब मिल बैठकर चर्चा करेंगे। कोई ना कोई रास्ता निकलेगा। मैं अन्य पार्टियों के लोगों से बातचीत कर रहा हूं।वही 23 मई को क्या होगा? कांग्रेस मुक्त भारत या कांग्रेस युक्त भारत? इस सवाल के जवाब में सीएम कमलनाथ बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहते हैं कि कांग्रेस मुक्त भारत तो बीजेपी और मोदीजी का सपना था। कांग्रेस मुक्त भारत कभी नहीं हो सकता। कांग्रेस युक्त होगा कि नहीं ये देश की जनता तय करेगी। मुझे जनता के फ़ैसले पर भरोसा है।
दरअसल, देश में अबतक छह चरणों में चुनाव हो चुके है। रविवार को सातवें चरण के चुनाव होना है। अबतक 70 से ज्यादा प्रतिशत सीटों पर वोटिंग होने के बाद दोनों ही दलों ने अपने अपने स्तर पर फीडबैक लेकर सीटों का अनुमान लगा लिया है। लेकिन जीत आखरी वोटिंग पर टिकी हुई है।लेकिन जिस तरह से देश में माहौल चल रहा है ऐसे में इस बार लोकसभा चुनाव के परिणाम त्रिशंकु लोकसभा के दिखाई दे रहे हैं।जिसके चलते बीजेपी ने अन्य दलों से संपर्क साधना शुरु कर दिया है। वही महागठबंधन बीजेपी की जीत में बड़ा रोड़ा साबित हो रहा है। अगर बीजेपी को बहुमत नही मिलता है तो महागठबंधन के सहारे कांग्रेस सरकार बनाने की पूरी कोशिश करेगी।जिस तरह विधानसभा चुनाव के दौरान की गई थी। इसी के चलते कांग्रेस पहले से ही तैयारियाों में जुट गई है और एंटी बीजेपी दलों से चर्चा कर रही है।हालांकि बीजेपी भी बैक अप के रुप में अन्य पार्टियों से संपर्क साधे हुए है, ताकी अगर बहुमत कम होने पर दूसरी पार्टी से गठबंधन कर सरकार बनाई जा सके। इस रोचक मुकाबले मे कौन सफल होगा और किसकी सरकार बनेगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।