MP में डेल्टा प्लस वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, दिग्विजय सिंह बोले- जहां केस मिले, हॉट जोन घोषित करें

Pooja Khodani
Published on -
कांग्रेस दिग्विजय सिंह

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना की दूसरी लहर के बाद नए डेल्टा प्लस वैरिएंट  ने राज्य सरकार और केन्द्र सरकार (State-Central Government) की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि मध्यप्रदेश के शिवपुरी में डेल्टा प्लस वैरिएंट से 4 लोगों की मौत के बाद मप्र सरकार (MP Government) अलर्ट हो गई है और अनलॉक (Unlock) के बीच कड़ी सख्ती बरतना शुरु कर दिया है। यही कारण है कि महाराष्ट्र (Maharashtra) की यात्री बसों की आवाजाही पर लगे प्रतिबंध को 30 जून तक और बढ़ा दिया है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जिन क्षेत्रों में डेल्टा प्लस के केस मिले हैं, उन्हें हॉट जोन घोषित करने की मांग की है।

MP Weather Alert: मप्र के 14 जिलों में भारी बारिश की संभावना, बिजली गिरने के भी आसार

दरअसल, अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने वैक्सीनेशन के रिकॉर्ड के बाद अब डेल्टा प्लस वैरियंट को लेकर बयान जारी किया है। दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने ट्वीट (Tweet) कर कहा है मध्यप्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस  के जो केस मिले हैं उन क्षेत्रों को हॉट ज़ोन डिक्लेयर कर उस क्षेत्र के लोगों को वेक्सीन व RTPCR टेस्ट बड़े पैमाने पर कराने का अभियान चलाएँ।वही उन्होंने वैक्सीनेशन के आंकड़ों पर भी सवाल उठाते हुए लिखा है कि भाजपा सरकार के आँकड़ों पर मुझे भरोसा नहीं है। RTI के माध्यम से शासन से जानकारी लेना चाहिए।

यह भी पढ़े…Strawberry Moon 2021: अब 24 जून को दिखेगा स्ट्रॉबेरी मून, जानें क्या है इसके पीछे का रहस्य

बता दें कि डेल्टा प्लस (Delta Plus variant) कोरोना का सबसे खतरनाक वैरिएंट है, इसे डेल्टा-2 के नाम से जाना जाता है। अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा, ये चार वैरिएंट हैं, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताए हैं। इनमें सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट है, जो भारत में ही म्यूटेंट हुआ है। इसे B.1.617 के नाम से भी जाना जाता है। यही कारण है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय INSACOG (इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टिया) के हालिया निष्कर्षों के आधार पर महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को इनके कुछ जिलों में पाए गए कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट के बारे में सतर्क रहने की सलाह दी है।

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News