भोपाल| जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले के बाद देश भर में आक्रोश की लहर है| देश ही नहीं दुनिया भर में इस हमले की निंदा की जा रही है| वहीं हमले की कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों को मुँहतोड़ जवाब देने के लिए सुरक्षाबलों को पूरी आजादी दे दी है| उन्होंने सभी राजनीतिक दलों को इस समय एक साथ एकजुट होने की अपील की| उनोहने कहा कि इस हमले का देश एकजुट होकर मुकाबला कर रहा है, ये स्वर विश्व में जाना चाहिए| वहीं हमले को लेकर विरोधी दलों ने सुरक्षा एजेंसियों की चूक बताते हुए सवाल उठाये हैं| मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने CRPF के 2500 जवान जिस रास्ते से जा रहा था, वहां आने वाली गाड़ियों को क्यों नहीं सर्च किया गया. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गई, लेकिन क्या आईबी और रॉ को इसकी जानकारी नहीं मिल पाई थी. क्या यह खुफिया एजेंसियों की विफलता नहीं है. क्या NSA अजित डोभाल की जिम्मेदारी नहीं है. क्या इस पूरे मामले की केंद्र सरकार जांच करेगी|
पुलवामा आतंकी हमले के बाद विपक्षी नेता सरकार पर हमलावर हो गए हैं| कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय ने भी सरकार पर हमला बोला है| उन्होंने ट्वविटर पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी | साथ ही सरकार और खुफिया एजेंसियों पर सवाल खड़े किये हैं| उन्होंने लिखा है “मैं इस कायराना हमले की निंदा करता हूँ और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। क्या मोदी जी आपको याद है किस सरकार ने जैश ए मोहम्मद के प्रमुख आतंकवादी मसूद अज़हर को छोड़ा था? आतंकवादियों से समझौता करना किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं है”।
दिग्विजय सिंह ने अन्य ट्वीट में लिखा “2500 सीआरपीएफ़ जवानों का कॉनवॉय जा रहा था आने जाने वाली गाड़ियों को सर्च क्यों नहीं किया गया? इतनी बड़ी घटना हो गयी क्या आईबी एवं रॉ को जानकारी नहीं मिल पाई? क्या यह Intelligence Failure नहीं है? क्या केन्द्र सरकार इसकी जॉंच करेगी? क्या NSA महोदय की ज़िम्मेदारी नहीं है?” उन्होंने आगे लिखा “क्या जेश ए मोहम्मद ने २ दिन पहले suicide bombing करने की threat दी थी ? यदि दी थी तो राज्य सरकार और केंद्र सरकार क्या करती रही? इस बारे में क्या मोदी जी कुछ प्रकाश डालेंगे?”|
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ| आतंकियों ने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया| इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हुए हैं| यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा इलाके में हुआ| इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है| जैश का सरगना मसूद अजहर है जिसे हाल में पाकिस्तान में भारत और कश्मीर के खिलाफ भाषण देते सुना गया था| भारत ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की और उससे आतंकवादियों को सहयोग देना बंद करने और उसकी जमीन से चल रहे आतंकी ठिकानों को खत्म करने की मांग की| एसयूवी चला रहे आत्मघाती हमलावर ने करीब सवा तीन बजे बस में टक्कर मारी, जिससे काफी घातक विस्फोट हुआ. घटना उस वक्त की है, जब 78 गाड़ियों के काफिले में 2,547 सीआरपीएफ जवान जम्मू के ट्रांजिट शिविर से श्रीनगर की ओर जा रहे थे. हमला इतना जबरदस्त था कि सीआरपीएफ बस के परखच्चे उड़ गए|
गुनहगार बचेंगे नहीं, कीमत उनको चुकानी होगी : पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि हमले के बाद जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो भी स्वाभाविक हैं| हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है| हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है| मुझे पूरा भरोसा है कि देश भक्ति के रंग में रंगे लोग, सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे| साथ ही आतंक के लिए हमारी लड़ाई और तेज हो सके| मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं| बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी| मैं देश को भरोसा देता हूं, हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के बीच जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी| दुनिया से अपील कि आतंकवाद से निपटने के लिये साथ आयें| इस समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को ये भी लगता है कि वो ऐसी तबाही मचाकर, भारत को बदहाल कर सकता है। उसके ये मंसूबे भी कभी पूरे नहीं होंगे। 130 करोड़ हिंदुस्तानी ऐसी हर साजिश, ऐसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे । पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी देश अगर ये समझता है कि जिस तरह के कृत्य वो कर रहा है, जिस तरह की साजिशें रच रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा करने में सफल हो जाएगा, तो वो बहुत बड़ी भूल कर रहा है ।
मैं इस कायराना हमले की निंदा करता हूँ और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। क्या मोदी जी आपको याद है किस सरकार ने जैश ए मोहम्मद के प्रमुख आतंकवादी मसूद अज़हर को छोड़ा था? आतंकवादियों से समझौता करना किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं है। https://t.co/SjRSnXhBXq
— digvijaya singh (@digvijaya_28) 15 February 2019