भोपाल। चुनाव के नतीजे आने से पहले रीवा कलेक्टर की मुश्किलें बढ़ सकती है| उनके ‘स्ट्रॉन्ग रूम के पास कोई आए तो गोली मार देना’ जैसे आदेश पर चुनाव आयोग ने सख्त रवैया अपनाया है। चुनाव आयोग की नेशनल ग्रेविएंस सेल ने इस पर सख्ती दिखाते हुए मामले को संज्ञान में लिया है। आयोग ने कलेक्टर को नोटिस जारी कर 24 घंटों के अंदर जवाब मांगा है। कलेक्टर द्वारा गोली मारने की बात करने का वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मच गया है|
दरअसल, रीवा में कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने स्ट्रांग रूम में ईवीएम की सुरक्षा पर आपत्ति दर्ज कराई थी। इस पर शनिवार को अभय मिश्रा के साथ चर्चा के दौरान कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक ने मामले में अपने सुरक्षाकर्मियों से कहा था कि स्ट्रॉन्ग रूम में कोई नहीं आ सकता, अगर कोई आए तो गोली मार देना। ये चुनाव मेरे लिए मामूली है, इस फिजूल के चक्कर में 25 साल की साख ख़राब नहीं करूंगी। मुझे आगे प्रिंसिपल चीफ सेकेट्री बनना है। ये निर्वाचन मेरे लिए कुछ नहीं है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और खूब बवाल मचा था। अब इस पर आयोग ने कलेक्टर से नोटिस जारी कर पूछा है कि इस तरह के आदेश और बयान वो कैसे दे सकती है।आयोग द्वारा 24 घंटे के अंदर उनसे इस पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के जरिये ये जवाब भारत निर्वाचन आयोग के पास भेजा जाएगा, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दे कि शनिवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कान्ता राव ने सभी जिलों को फरमान जारी किया था कि ईवीएम की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक के लिए कलेक्टर एवं एसपी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। इसी के चलते शनिवार को सागर के खुरई विधानसभा क्षेत्र से मतदान के दो दिन बाद स्ट्रॉग रूम तक ईवीएम पहुँचने के मामले में नायब तहसीलदार राजेश मेहरा को दोषी मानते निलंबित कर दिया गया था। कलेक्टर ने मामले की जांच कर चुनाव आयोग की रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों से ईवीएम की सुरक्षा में लापरवाही की शिकायत पर अब कलेक्टर सक्रिय हो गए हैं|