भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। एक मरीज की मौत से क्रोधित कांग्रेस नेताओं ने जयप्रकाश जिला चिकित्सालय के डॉक्टर के साथ बदसलूकी की। कांग्रेसियों के व्यवहार से क्षुब्ध डॉक्टर रोने लगे और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। घटना की सूचना आला अधिकारियों को दी गई है।
बदतमीजी का शिकार होने वाले डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव जयप्रकाश जिला चिकित्सालय भोपाल में मेडिकल विशेषज्ञ हैं। शनिवार को दोपहर दो बजे अचानक उन्हें कांग्रेसी नेताओं की भीड़ ने घेर लिया जिसका नेतृत्व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद योगेंद्र चौहान गुड्डू कर रहे थे।
भीड़ ने डॉक्टर को तेज तेज चिल्लाते हुए आरोप लगाया कि उनकी गलती की वजह से एक मरीज की मौत हो गई है। मरीज के परिजन भी आरोप लगा रहे थे कि मरीज को 12 बजे जब भर्ती किया गया था उसकी स्थिति ठीक थी लेकिन 2.30 बजे कह दिया गया कि उसे ले जाओ और उसके तुरंत बाद उसकी मौत हो गई। जबकि डॉक्टरों का कहना था कि ऐसा कुछ नहीं है। मरीज पहले से ही बीमार था। भीड़ का रवैया देखकर डॉक्टर घबरा गए और रोने लगे और थोड़ी देर बाद उन्होने अपने पद से इस्तीफा देकर आला अधिकारियों को इस बात की सूचना दी।
दरअसल पंचशील नगर में रहने वाले टी शाक्य पिछले 10 दिनों से बीमार थे और वहां पर किसी डॉक्टर का इलाज ले रहे थे। हालत खराब होने पर उन्हें जयप्रकाश चिकित्सालय लाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने थोड़ी देर बाद हाथ खड़े कर दिए और वहां उनकी मौत हो गई। जिसके कारण डॉक्टर के ऊपर कांग्रेस के नेताओं ने जमकर आरोप लगाए और बदतमीजी की। हालांकि मरने वाले मरीज टी शाक्य को कोरोना नही था लेकिन 10 दिन उन्होंने जो स्थानीय इलाज कराया उसके कारण उनकी हालत खराब हो गई, ऐसा डॉक्टरों का कहना है। फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम से डॉक्टरों में दहशत का माहौल है और उनका कहना है कि वो कोरोना काल मे अपने जीवन को दांव पर लगाकर लोगों की सेवा कर रहे हैं ।लेकिन इस तरह की स्थिति में काम करना अब उनके लिए संभव नहीं है और वे जल्द कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। शासकीय अधिकारी भी अपने आला अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करके इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने का मूड बना रहे हैं।