भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मु्ख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया जिससे राजनीति गरमा गई है। सत्ता में रहते हुए पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले नेताओं में शुमार गौर ने इस बार अपने विधानसभा क्षेत्र गोविंदपुरा सीट पर बहू की जीत को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार गोविंदपुरी सीट पर उनकी बहू ही जीतेंगी लेकिन जीत का अंतर कम रहेगा। इससे पहले उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह कांग्रेस नेता आरिफ अकील को मंत्री बनने और कांग्रेस की जीत को लेकर बधाई देते नजर आ रहे थे। अब अपनी ही बहू के बारे में उनके बयान से राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है।
मेहमानों को आशीर्वाद देते हैं श्राप नहीं
एक इंटरव्यू में गौर से जब अकील को कांग्रेस की जीत के लिए बधाई देने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, “अकील मुझसे मिलने आए थे। घर आया अतिथि भगवान समान होता है। उन्होंने मुझसे कहा कि कांग्रेस जीत रही है। इसलिए मैंने उन्हें कांग्रेस की जीत पर बधाई दी। अब घर आए मेहमान को कोई श्राप तो देता नहीं है। इसलिए मैंने उन्हें जीत की बधाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा में इस बार टिकट वितरण गलत तरह से किया गया। इसलिए कई सीटों पर मुकाबला कठिन हो गया।”
उन्होंने आगे कहा कि, “भाजपा में वालंटियर चुनाव लड़ते हैं जबकि कांग्रेस में उम्मीदवार, इसलिए भाजपा जीतेगी और सरकार भी बनाएगी, लेकिन इस बार जीत का अंतर कम रहेगा। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि शिवराज चौथी बार सरकार बनाने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश में किसी भी दल की लहर नहीं थी। मतदाताओं ने उनके क्षेत्र में हुए विकास को आधार बनाकर ही मतदान किया है।”
सरताज को टिकट नहीं देकर भाजपा ने गलती की
गौर ने कहा कि भाजपा ने सरताज सिंह को टिकट नहीं देकर बहुत बड़ी गलती की है। पार्टी के इस फैसले का असर 10 से 12 सीटों पर दिखेगा। इन सीटों पर भाजपा हार सकती है। उन्होंने कहा कि दोनों ही दलों ने चुनाव में अच्छे उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, लेकिन भाजपा भितरघात और बागियों के कारण हार सकती है। उन्होंने राजधानी भोपाल की सीटों के बारे में आशंका जताते हुए कहा कि भोपाल भाजाप का गढ़ माना जाता है। लेकिन इस बार पार्टी कई सीटों पर हार सकती है। और जो उम्मीदवार जीतेंगे भी उनके जीत का अंतर कम रहेगा।
मेरे खिलाफ भाजपा ने की साजिश
पू्र्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सरताज सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे खिलाफ पार्टी में साजिश की गई। उन्होंने कहा कि अगर बीएस येदियुरप्पा जो मुझसे पांच साल उम्र में बड़े हैं अगर उनको पार्टी मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना सकती है तो मुझे टिकट देने में क्या परेशानी थी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मेरे साथ विश्वासघात किया। पार्टी ने मेरे समर्थकों को टिकट देने का वादा किया था लेकिन ऐसा नहीं किया गया और प्रेमशंकर को टिकट दे दिया गया। बता दें सरताज हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में शामिल होकर होशंगाबाद सीट से चुनाव लड़े हैं।