भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना (corona) के बढ़ते प्रकोप के बीच मंत्रालय द्वारा कोरोना के एंटीवायरल ड्रग मोलनुपिराविर (Antiviral Drug Molnupiravir) के इमरजेंसी इस्तेमाल (emergency use) की मंजूरी दे दी गई है। इमरजेंसी इस्तेमाल के बाद इस दवा की पहली खेप मध्यप्रदेश (MP) पहुंच चुकी है। वहीं एक्सपर्ट ने इस दवा को नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के खतरे के लिए प्रोटोकॉल (protocol) में शामिल होने के साथ ही इस्तेमाल के लिए तैयार किया है।
इस मामले में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा कहा गया कि मोलनुपिराविर को कोरोना के खिलाफ आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई है। लंबी प्रक्रिया के बाद यह पहला कदम उठाया गया है। वहीं मोलनुपिराविर को न केवल DCGI बल्कि अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन द्वारा भी अनुमोदित किया गया है।
पहले और द्वितीय चरण के परीक्षण के बाद ही एंटीवायरल ड्रग को मंजूरी दी गई है। वहीं माना गया है कि ओमिक्रोन वेरिएंट के लिए एंटीवायरल ड्रग ज्यादा प्रभावी साबित होगा। एंटीवायरल ड्रग को जनसंख्या स्तर पर उपयोग करने के साथ ही इसके तीसरे चरण की शुरुआत की जाएगी। जिसके लिए अनुबंधन से पहले कुछ प्रोटोकॉल तय किए गए हैं।
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वही एंटीवायरल ड्रग के बारे में दावा किया गया है कि यह वायरस को फैलने से रोकता है। इसके अलावा यह दवा कोरोना के नए वेरिएंट पर 70 से 80 फीसद तक प्रभावी है। बता दें कि यह दवा मूल रूप से इनफ्लुएंजा के इलाज के लिए तैयार की गई है। वहीं भारत में कोरोना के व्यस्क मरीजों पर इसका इमरजेंसी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
इस मामले में इंदौर के डॉक्टरों का कहना है कि एंटीवायरल ड्रग मोलनुपिराविर मरीजों के शुरुआती लक्षण के दौरान दिया जा सकता है। जिससे संक्रमण फैलने से रोका जा सके। एंटीवायरल ड्रग के असर भी देखे जा रहे हैं। एक्सपर्ट के दावों की माने तो 5 दिन के सेवन के बाद मरीजों में काफी हद तक यह दवा वायरस को वायरल होने से रोक देती है। इसके साथ ही वायरस का असर कम होने लगता है।
कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीजों को यह दवा दी जा सकती है। हालांकि डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही दवा खरीदी जा सकेगी। एक्सपर्ट ने कहा है कि अपनी मर्जी से इस दवा का सेवन बिलकुल न करें जबकि 18 वर्ष से कम आयु के मरीजों को इसका उपयोग नहीं करना है।