रतलाम, सुशील खरे। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) समेत देश के कई राज्यों में कोरोना (Covid-19) से हालात काफी गंभीर हैं। मरीजों को बेड और ऑक्सीजन (Oxygen) नहीं मिल पा रहा। मंगलवार को बिस्तर नहीं मिलने के बाद कथित रूप से कोविड-19 संक्रमण के चलते वकील की मौत हो गई। पहले तो अस्पताल तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली तो भाई को बचाने बाइक से अस्पताल ले आया। दुखद बात यह है कि वह किसी भी अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। इलाज नही मिलने से वकील ने बाइक पर ही दम तोड़ दिया। बता दें कि मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में 60 बेड ओपनिंग का कार्यक्रम चल रहा था।
यह भी पढ़ें:-मप्र में 12236 नए केस और 98 की मौत, सीएम के निर्देश-सर्वे में एक भी संक्रमित ना छूटे
जानकारी के अनुसार गम्भीर हालत में वकील सुरेश डागर को लेकर उनके भाई अनिल और मां बाइक पर बैठकर मेडिकल कॉलेज लेकर गए। जीएमसी में दो घंटे इंतजार करने के बाद भी मरीज को जगह नहीं मिली तो भाई अनिल आयुष ग्राम अस्पताल लेकर गया, पर यहां भी कोई समाधान नहीं मिला। जिसके बाद दूसरे निजी अस्पताल ले जाने का प्रयास करता रहा भाई अनिल। अस्पताल के लिए भटकते हुए राम मंदिर तिराहे पर बीमार वकील की बाइक पर ही मौत हो गई। कोरोना संदिग्ध होने की वजह से बहुत देर तक परिवार सड़क पर ही परेशान होता रहा। राम मंदिर के सामने चौराहे से मौके पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों की मदद से शव को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
बता दें कि अस्पतालों में बेड बढ़ाए जा रहे है। मंगलवार को 60 बेड और 70 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तो मिले पर जिसको इसकी जरूरत थी उस तक सुविधा नही पहुंच पाई। जहां 60 बेड के ओपनिंग का कार्यक्रम चल रहा था। भाजपा नेता और वकील राकेश ने दुख जताते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज के बाहर 2 घंटे इंतजार करवाने के बाद परेशान वकील का परिवार भटकता रहा। समय रहते अगर इलाज मिल जाता तो वकील को बचा लिया जाता।