भोपाल।
लोकसभा चुनाव में कमलनाथ सरकार के खिलाफ बागी तेवर अपनाने वाले निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह( शेरा भैया) ने फिर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि जनता का आशीर्वाद रहा तो मैं जल्द ही मंत्री बनूंगा। वही उन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 12 सीटें जीतने का दावा किया है। बता दे कि विधानसभा चुनाव के बाद से ही शेरा मंत्री पद ना मिलने से नाराज चल रहे है। इसी बीच बीजेपी ने फ्लोर टेस्ट की मांग उठा कर सियासत गर्मा दी है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि कमलनाथ सरकार विधानसभा के बजट सत्र से पहले निर्दलीय विधायकों को साधने की कोशिश में मंत्रिमंडल विस्तार कर सकती है। जिसमें शेरा को भी मंत्री पद दिया जा सकता है।
दरअसल, एक्जिट पोल के बाद एमपी की सियासत में जमकर भूचाल आ गया है। पक्ष-विपक्ष एक दूसरे के आमने सामने हो गए है। वार-पलटवार को दौर भी तेजी से चल रहा है। जहां एक तरफ विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी कांग्रेस सरकार को अल्पमत की सरकार बताकर बहुमत साबित करने की मांग कर रही है। प्रदेश सरकार ने इस चुनौती को स्वीकार कर फ्लोर टेस्ट के लिए भी हामी भर दी है। इस सियासी घमासन के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी दीपक वाबरिया ने प्रत्याशियों की अहम बैठक बुलाई, जिसमें तमाम प्रत्याशियों के साथ निर्दलीय विधायक शेरा भैया भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मंत्री बनाये जाने का दावा भी किया।
मीडिया से चर्चा में विधायक सुरेंद्र सिंह न��� कहा कि प्रजातंत्र में फ्लोर टेस्ट सामान्य प्रक्रिया है और वो कांग्रेस पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मध्य प्रदेश में 12 सीटें जीतने का दावा किया है और अपने मंत्री पद से जुड़े सवाल पर कहा कि, जनता का आशीर्वाद रहा तो मैं जल्द ही मंत्री बनूंगा, उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री से उनकी बात हो गई है। इस बैठक में प्रत्याशी दिग्विजय सिंह, नकुल नाथ और अजय सिंह शामिल नही हुए, लेकिन पूरे समय दिग्विजय की चर्चा होती रही।
लंबे समय से नाराज चल रहे है शेरा
बता दे कि निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह कमलनाथ के मंत्रिमंडल गठन के बाद से ही नाराज चल रहे है।वे कई बार पार्टी को धमकी भी दे चुके है। हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान पत्नी को टिकट ना दिए जाने पर वो नाराज हो गए थे, उन्होंने खंडवा से कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी अरुण यादव के खिलाफ पत्नी को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़ा कर दिया था, हालांकि बाद में कमलनाथ के कहने पर वो मान भी गए थे और नामांकन पर्चा वापस लिया था। सूत्रों का कहना है कि उस समय सुरेंद्र सिंह को मंत्री बनाए जाने का आश्वासन दिया गया था। उम्मीद की जा रही है कि जून में फिर से कमलनाथ मत्रिमंडल विस्तार हो सकता है, जिसमें शेरा को मंत्री पद दिया जा सकता है।
जून में हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार
प्रदेश की कमलनाथ सरकार को बहुजन समाज पार्टी के दो और समाजवादी पार्टी के एक, कुल तीन और चार निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है। चार निर्दलीय विधायकों में से प्रदीप जायसवाल को मंत्री बना दिए जाने से सरकार 118 विधायकों की संख्या के साथ बहुमत में है। सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद कमलनाथ अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर दो और निर्दलीयों को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते है। इनमें बुरहानपुर के ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया और सुसनेर के विक्रम सिंह राणा के नाम हैं। मंत्रिमंडल विस्तार संभवत: विधानसभा के बजट सत्र के पहले जून में होने की संभावना है।