जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (jabalpur) के रांझी क्षेत्र में बीते दिनों एक मेडिकल संचालक (medical operator) की कुछ लोगों ने बेरहमी से जमकर पिटाई की थी। बताया जा रहा है कि दुकान खाली करने को लेकर यह पूरा विवाद हुआ था। इसी मारपीट के चलते मेडिकल संचालक ने अगले ही दिन फांसी लगाकर आत्महत्या (suicide) की थी और जब उसने आत्महत्या की तो BJP नेता के साथ में करीब 5 लोगों का नाम भी CCTV फुटेज वीडियो और सुसाइड नोट (suicide note) में सामने आया था।
पुलिस ने इस पूरे मामले को डाला ठंडे बस्ते मे
जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी मेडिकल संचालक का काके गूमर-डॉ तरनजीत गुजराल जो कि स्थानीय विधायक का खासम खास है। इसके अलावा अन्य आरोपी भी भाजपा से जुड़े हुए हैं। लिहाजा इसको देखकर पुलिस ने भी इस पूरे मामले में लापरवाही बरतते हुए इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। घटना को हुए करीब 2 सप्ताह बीत गए हैं। बावजूद इसके पुलिस ने FIR तो दर्ज कर ली है पर अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
सोशल मीडिया में इनाम का फोटो हो रहा है वायरल
सोशल मीडिया में इस पूरे मामले को लेकर एक फोटो वायरल हो रहा है। जिसमें कि जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने काके गूमर पर 5000 रु का इनाम घोषित किया है। वायरल फोटो में अपराध क्रमांक 1093/2021 धारा 452,306,294,506,34 के तहत भाजपा नेता काके गूमर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ताज्जुब की बात तो यह है कि आरोपी का घर और दुकान रांझी थाने के ठीक सामने होने के बाद भी पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार करने में नाकाम रही है।
Read More: पर्यावरण-वन संरक्षण को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, भारत में विकसित होंगे 400 शहरी जंगल
कब होंगे आरोपी गिरफ्तार
मृतक मेडिकल संचालक के परिवार वाले पुलिस से गुहार लगा रहे हैं कि आखिर कार आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले आरोपी आखिरकार कब गिरफ्तार होंगे। मृतक के परिजनों ने तो यह भी संशय लगाया है कि सत्ताधारी पार्टी के विधायक का दवाब होने के चलते पुलिस अपनी कार्यवाही में लापरवाही बरत रही है।
बड़ा सवाल आखिर किसने किया है पोस्टर वायरल
मेडिकल संचालक के द्वारा आत्महत्या करने को लेकर पुलिस ने मौके से मिले सीसीटीवी फुटेज और सुसाइड नोट को लेकर अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है। इस बीच एक फोटो जिसमें की मुख्य आरोपी काके गूमर का एसपी के द्वारा 5000 रु का इनाम फोटो वायरल किया जा रहा है। यह फोटो कहां से आया इसकी जानकारी अभी तक पुलिस को नहीं लगी है। ऐसे में समझा जा सकता है कि आखिर किसने इस तरह के पोस्टर को छपवा कर सोशल मीडिया में वायरल करवाया है।
अभी नही मार्च 2021 में भी फरार थे काके गूमर
ऐसा नहीं है कि भाजपा नेता काके गूमर का यह कारनामा पहली बार सामने आए हैं। इससे पहले भी एक अपराध को लेकर मार्च 2021 में उनका खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कार्यवाही नहीं की। हालांकि उस समय का पोस्टर जो अब एक बार पुनः वायरल हो रहा है। जिसे अभी के मामले से जोड़कर भी देखा जा रहा है। बहरहाल अब देखना यह होगा कि पुलिस अब इस पूरे मामले में क्या कार्यवाही करती है।