शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक ने दी प्राचार्या की सीआर खराब करने की धमकी, ऑडियो वायरल

जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर में शिक्षा विभाग (education department ) के एक अधिकारी का प्राचार्य को धमकाते हुए ऑडियो सामने आया है, जिसके बाद महकमे में हड़कंप मच गया है। इस ऑडियो में संभागीय लोक शिक्षण संचालनालय के संयुक्त संचालक (Joint director of education) एक महिला प्राचार्य (principal) को जांच के आदेश बदलने के लिए धमकी (Threat) भरे अंदाज में ताकीद कर रहे हैं।

ये वायरल ऑडियो (viral audio) संयुक्त संचालक राजेश तिवारी (JDE Rajesh Tiwari) का बताया जा रहा है और इसमें वो प्राचार्या वीणा बाजपेयी (veena bajpeyeee) को फोन पर सीधे सीधे धमका रहे हैं कि वह स्वयं कार्यालय आकर वहां जांच के परीक्षण करने बैठे लोगो को समझाएं कि क्या मामला है। अधिकारी प्राचार्या को उनकी भाषा को लेकर बुरी तरह डांट रहे हैं और इस दौरान खुद उनकी भाषा मर्यादा से बाहर चली गई। इसी के साथ वो प्राचार्या को उनकी सीआर खराब करने की धमकी भी दे रहे हैं। वो प्राचार्या से कह रहे हैं कि क्या आप मुझसे फोन पर बात नहीं कर सकती, मुझसे पर्सनली आकर मिल नहीं सकती। फोन पर प्राचार्या घबराई हुई आवाज में जी सर, हां सर ही कह पा रही हैं। अधिकारी के रौब और धमकी के आगे उनकी आवाज बेहद डरी हुई सुनाई पड़ रही है। बता दें कि जिला पंचायत की पूर्व सदस्य विजयकांति पटेल ने निशुल्क शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत जिला परियोजना समन्वयक को लेकर एक शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि जिला परियोजना समन्वयक गरीब बच्चों की फीस में भ्रष्टाचार कर रहे हैं। इस मामले पर हुई उच्चस्तरीय जांच में परियोजना समन्वयक दोषी पाए गए थे और इस केस में अपना मत देने के लिए पं.लज्जाशंकर झा उत्कृष्ट विद्यालय की प्राचार्य वीणा बाजपेयी को नियुक्त किया गया है। इस केस में प्राचार्या ने अपना मत तो दे दिया लेकिन संभागीय अधिकारी शायद कुछ और ही चाहते हैं। इसीलिए वो मत बदलने का दबाव बनाने के लिए धमकी भरे फोन कर रहे हैं और प्राचार्या की सीआर खराब करने की धमकी तक दे रहे हैं।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।