भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 21 मई को भोपाल में लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक बुलाई है। जिसमें पार्टी के सभी विधायक एवं लोकसभा प्रत्याशियों को विशेष रूप से बुलाया गया है। लोकसभा के नतीजों से पहले बुलाइ गई इस बैठक में मतदान की स्थिति पर चर्चा होगी, लेकिन सरकार की स्थिरता के लिए यह बैठक अहम मानी जा रही है। बैठक के जरिए विधायकों के मन की स्थिति टटोली जाएगी। क्योंकि भाजपा यह आरोप लगा रही है कि कांगे्रस के कई विधायक संपर्क में हैं और चुनाव बाद सरकार गिरा देंगे।
प्रदेश में अभी आखिरी चरण का मतदान होना शेष है। इससे पहले ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी विधायकों को सूचित कर दिया है कि वे 21 मई को होने वाली बैठक में अनिवार्य रूप से मौजूद रहें। बैठक में ज्येातिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया एवं प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया भी मौजूद रहेंगे। पीसीसी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश में तीन चरणों के मतदान के बाद कमलनाथ के पास कई विधायकों की चुनाव में काम नहीं करने की शिकायतें मिली हैं। ऐसे में समीक्षा बैठक ��ुलाने का फैसला किया गया है। इस बैठक में कुछ विधायकों से अलग से बातचीत कर पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ उनके मन की बात जानंगे। बताया गया कि चुनाव के दौरान भाजपा ने कुछ कांग्रेसी विधायकों से भी संपर्क किया है। ऐसे विधायकों के नाम पीसीसी अध्यक्ष के पास हैं। इन विधायकों से भी चर्चा की जाएगी।
कर्नाटक और राजस्थान में भी होंगी बैठकें
कांग्रेस की सरकार मप्र में ही अल्पमत में नहीं है। कर्नाटक और राजस्थान में भी कांग्रेस अन्य दलों के समर्थन से सरकार में है। जिस तरह से मायावती ने हाल ही में समर्थन वापसी का ऐलान किया है। उसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने मप्र समेत कर्नाटक, राजस्थान कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के नतीजे से पहले समीक्षा बैठक बुलाने को कहा है।