भोपाल। लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण अभी बाकी है। 19 मई को प्रदेश की शेष आठ सीटों पर वोट डाले जाएंगे। जिसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ 21 मई को लोकसभा प्रत्याशियोंं और विधायकों की बैठक लेंगे। इस बैठक में बताया जा रहा है कई मामलों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही कई विधायकों और मंत्रियों को फटकार लग सकती है। यही नहीं कांग्रेस में उन कलेक्टरों की लिस्ट भी तैयार हो रही है जिन्होंने चुनाव में ठीक तरह से काम नहीं किया ��ै। या जिन पर पक्षपात के आरोप लगे हैं। ऐसे करीब दस कलेटक्टरों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। नतीजों के बाद उनका तबादला किया जाना संभव है।
दरअसल, चुनाव समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री विधायकों और लोकसभा प्रत्याशियोंं से उनका फीडबैक लेंगे। इसके अलावा वह मंत्री और विधायकों से भी चुनाव को लेकर चर्चा करेंगे। यह अलग अलग बैठक एक ही दिन होना हैं। चुनाव से पहले विधायकों और मंत्रियों को अलग अलग लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी थी, जिसे लेकर वह चर्चा करेंगे। सूत्रों का कहना है इस बैठक में मुख्यमंत्री उन मंत्रियों की क्लास भी लेंगे जिन्होंंने उनके क्षेत्र में प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार में साथ नहीं दिया। मुख्यमंत्री कमलनाथ को सहयोग नहीं मिलने की काफी शिकायतें मिली हैं। जिन पर वह अब एक्शन लेने की तैयारी में हैं।
कलेक्टरों पर भी गिर सकती है गाज
लोकसभा चुनाव में अपनी जिम्मेदारी निक्षपक्षता के साथ नहीं निभाने वाले प्रशासनिक अफसरों पर भी सरकार का डंडा चलने वाला है। सूत्रोंं को मुताबिक करीब दस जिलों के कलेक्टरोंं चुनाव नतीजों के बाद नप सकते हैं। इनमें ऐसे कलेक्टर शामिल हैं जिनकी शिकायत विधायक और कांग्रेस प्रत्याशियोंं ने की है। बताया जा रहा है लिस्ट तैयार हो रही है। जिनमें कई नाम शामिल हैं। इनमें से कई पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।