मध्य प्रदेश ने बनाया एक और रिकॉर्ड, इस योजनांर्गत खुलवाए 23 लाख खाते

Pooja Khodani
Published on -
सुकन्या समृद्धि योजना

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) ने बेटियों की योजना में एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया है। सुकन्या समृद्धि योजना में मध्य प्रदेश ने करीब 23 लाख खाते खुलवाकर रिकार्ड बनाया है।सीएम शिवराज सिंह चौहान ने योजना के सफल 7 वर्ष पूरे होने पर सभी को बधाई दी है और कहा कि बेटियों के सपनों को पंख लगाएंगे । 

गणतंत्र दिवस समारोह के लिए गाइडलाइन जारी, छात्र नहीं होंगे स्कूल कार्यक्रम में शामिल, इस तरह रहेगी तैयारी

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए उनके स्वप्नों को साकार करना हम सभी का दायित्व है। केन्द्र सरकार, राज्य सरकार (MP Government) और आम नागरिक मिलकर बेटियों के सपनों को पंख लगाएंगे। आज मध्य प्रदेश ने सुकन्या समृद्धि योजना में करीब 23 लाख खाते खुलवाने की उपलब्धि अर्जित की है। निश्चित ही बेटियों में बचत की प्रवृत्ति का विकास हो रहा है। उनके सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयास होंगे।

मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा बेटियों को सशक्त बनाने एवं उनका भविष्य सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरु की गई सुकन्या समृद्धि योजना के सफलतम 7 वर्ष आज पूर्ण हो रहे हैं। निश्चित ही एक सार्थक योजना के सफल 7 वर्ष पूर्ण होना हम सभी के लिए संतोष का विषय भी है। योजना की कामयाबी के लिए सभी सहयोगी नागरिक और परिवार बधाई के पात्र हैं।

लता मंगेशकर की हालत में सुधार, ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉक्टर ने दिया अपडेट

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हाल ही में सुकन्या समृद्धि योजना के क्रियान्वयन का जो प्रतिवेदन सामने आया है, उसके अनुसार बेटियों के आर्थिक सशक्तिकरण और उन्हें आत्म-निर्भर बनाने की इस योजना में प्रदेश में अब तक 22 लाख 94 हजार से अधिक खाते खोले जा चुके हैं।  समाज के सशक्तिकरण के लिए नारी का सशक्त होना अत्यंत आवश्यक है। आज पैदा हुई बेटी कल समाज, प्रदेश और राष्ट्र को सशक्त बनाने में अपनी भूमिका निभा पाए इस उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा संचालित सुकन्या समृद्धि योजना मील का पत्थर साबित हुई है। आज बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। हर मुकाम हासिल कर रही हैं। हम सभी मिलकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए निरंतर प्रोत्साहित करेंगे, तो वास्तविक अर्थों में बेटियों का निश्चित रूप से सशक्तिकरण होगा।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News