उज्जैन। अर्पण कुमार।
विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के नाम से एक वीडियो पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया में कतिपय लोगों द्वारा शहर की फिज़ा बिगाड़ने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है उक्त संदेश में मंदिर के लाउडस्पीकर बंद करने से संबंधित आदेश की बात कहीं जा रही है। तराना विधायक महेश परमार ने दावा किया है कि उक्त मैसेज भाजपा द्वारा फैलाया जा रहा है। इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए विधायक परमार ने कहा कि भगवान महाकाल की भस्मारती को लेकर शासन प्रशासन ने कोई फरमान जारी नहीं किया है । भारतीय जनता पार्टी और युवा मोर्चा से जुड़े हुए लोग सोशल मीडिया पर किसी अन्य शहर का किसी और कारण से लाउडस्पीकर बंद करने के समाचार को भस्मारती में लाउडस्पीकर बंद करने का भ्रामक प्रचार कर रहे हैं, वह सीधे-सीधे झूठ फैला रहे हैं ।
वायरल वीडियो आष्टा का
जो वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है वह आष्टा का है। मंदिर अधिकारियों ने उक्क्त वीडियो फैलाने वालों पर विधिसम्मत कार्यवाही करने व उक्क्त वीडियो के उज्जैन का न होने के प्रमाण भी मीडियाकर्मियों को उपलब्ध कराए व महाकाल मंदिर पीआरओ के माध्यम से उक्क्त वीडियो को भगवान महाकाल के नाम से चलाने पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए है ।
विधायक ने आगे कहा कि पूर्व में मोती नगर पर की गई कार्यवाही को लेकर भी सरकार की छवि खराब करने की मंशा से भाजपा ने भ्रामक संदेश चलाए थे। जबकि मोती नगर पर भाजपा से जुड़े लोगों ने ही याचिका लगाई थी जिस पर प्रशासन ने उक्त कार्यवाही को अंजाम दिया। विधायक ने कहा कि पूरी जानकारी के साथ जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर उक्क्त असामाजिक तत्वों पर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की जाएगी।
भाजपा अनर्गल आरोप लगाने में माहिर
परमार ने कहा अपने प्रेस नोट में बताया कि भगवान महाकाल पर भाजपा के शासनकाल में कई चोरी व घोटाले हुए है, मंदिर की जमीन व संपत्ति पर अवैध अतिक्रमण कर आलीशान होटल व धर्मशाला बनाकर व्यापार करने और दर्शन करने देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं से पार्किंग के नाम पर वसूली कर अवैध कमाई करने वाले भाजपाई परम्पराओ की बात करते है तो ठीक नही लगता। भाजपा अनर्गल आरोप लगाने व भ्रामक संदेश चलाने में माहिर है, इस पर कठोर कार्यवाही की जावेगी।