Mahatma Gandhi Death Anniversary : आज महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि पर देशभर में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए लिखा कि ‘पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। उनके आदर्श हमें एक विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं। मैं उन सभी शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिन्होंने हमारे राष्ट्र के लिए सेवा और बलिदान दिया।’
वहीं, सीएम मोहन यादव ने जापान के कोबे शहर में स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि गांधी जी का संपूर्ण जीवन सत्य अहिंसा, स्वतंत्रता और मानवता का प्रतीक रहा। अफ्रीका से भारत तक उनका संघर्ष, संकल्प और विराट व्यक्तित्व हम सबके लिए प्रेरणा है। उनका जीवन हमारे लिए आदर्श का प्रतीक है और मैं उन्हें पूरी विनम्रता के साथ उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’
महात्मा गांधी ने पूरे विश्व को दिखाया अहिंसा और सत्याग्रह का मार्ग
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उन्होंने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलते हुए भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महात्मा गांधी अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष के लिए सत्याग्रह के प्रबल समर्थक और अग्रणी नेता थे। उनकी यह अवधारणा पूर्ण अहिंसा के सिद्धांत पर आधारित थी, जिसने न सिर्फ भारत में बल्कि विश्वभर में नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता आंदोलनों को प्रेरणा दी। 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली के बिड़ला हाउस में नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इस दिन को शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है और देश उन सभी शहीदों को याद करता है जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
बापू को लेकर दुनिया के महान व्यक्तियों के विचार
महात्मा गांधी ने सिर्फ भारत ही नहीं, दुनियाभर को अपने सिद्धांतों से प्रभावित किया। अहिंसा और सत्याग्रह के विचार ने विश्वभर में लोगों को प्रभावित किया और यही वजह है कि दुनिया के अलग अलग स्थानों पर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है और उनके नाम पर अपने स्थलों का नामकरण किया गया है। आइए जानते हैं कि देश-विदेश के महान लोगों ने गांधीजी के बारे में क्या विचार व्यक्त किए हैं।
- रवींद्रनाथ ठाकुर (Rabindranath Tagore) : “महात्मा गांधी ने भारत की आत्मा को जागृत किया और उसे उसकी सच्ची पहचान दिलाई।”
- अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) : महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन कहा था कि “भविष्य की पीढ़ियों को इस बात पर विश्वास करने में मुश्किल होगी कि हाड़-मांस से बना ऐसा कोई व्यक्ति भी कभी धरती पर आया था।”
- नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela) : “गांधीजी ने हमें दिखाया कि कैसे एक साधारण व्यक्ति भी सत्य और अहिंसा के माध्यम से अत्याचार का सामना कर सकता है।”
- जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw) : “गांधीजी के प्रभाव? आप हिमालय के कुछ प्रभावों के बारे में पूछ सकते हैं।”
- मार्टिन लूथर किंग जूनियर (Martin Luther King Jr.) : “गांधीजी का जीवन हमें सिखाता है कि अहिंसा ही सबसे शक्तिशाली हथियार है, जो उत्पीड़ितों के हाथ में हो सकता है।”
- लॉर्ड माउंटबेटन (Lord Mountbatten) : “महात्मा गांधी को इतिहास में महात्मा बुद्ध और ईसा मसीह का दर्जा प्राप्त होगा।”
- रेजिनाल्ड सोरेन्सन (Reginald Sorensen) : “लेनिन और महात्मा गांधी विश्व में बीसवीं सदी के महानतम व्यक्ति हुए हैं। यह दोनों व्यक्ति एक-दूसरे के विपरीत होते हुए भी दुनियाभर में चर्चित रहे।”
Tributes to Pujya Bapu on his Punya Tithi. His ideals motivate us to build a developed India. I also pay tributes to all those martyred for our nation and recall their service as well as sacrifices.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 30, 2025
पूज्य बापू महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर आज जापान के #kobe शहर में स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
गांधी जी का संपूर्ण जीवन अहिंसा, स्वतंत्रता और मानवता का प्रतीक रहा। अफ्रीका से भारत तक उनका संघर्ष, संकल्प और विराट व्यक्तित्व हम सबके लिए… pic.twitter.com/d0b8jik4x7
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 30, 2025