धार, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार जिले (Dhar District) में इंदौर लोकायुक्त पुलिस (Indore Lokayukt Police) ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां टीम ने निसरपुर चौकी प्रभारी नरपत सिंह जमरा को 2 लाख की रिश्वत(Bribe) लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।आरोप है कि चौकी प्रभारी ने यह रिश्वत एक प्रकरण का निपटारा करने के लिए मांगी थी। इस मामले में चौकी प्रभारी के साथ दलाली करने वाले नरेंद्र गर्ग के खिलाफ भी भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
फसल खरीदी के बाद सामने आया कमल पटेल का बड़ा बयान, जल्द शुरु होगी यह सुविधा
मिली जानकारी के अनुसार, पूरा मामला धार जिले के कुक्षी थाना अंतर्गत निसरपुर थाने का है। यहां चौकी प्रभारी नरपत सिंह जमरा ने फरियादी पुष्पेंद्र काग पिता खेमा जी काग से एक प्रकरण का निपटारा करने के लिए 6 लाख की रिश्वत की मांग की थी और बाद में सौदा 2 लाख में तय हुआ। इसकी शिकायत फरियादी ने इंदौर लोकायुक्त से की और बाद में टीम ने कार्रवाई करते हुए दोनों को 2 लाख की रिश्वत के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 एवं 120 B IPC के अंतर्गत कार्यवाही की गई है।
लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि घटनाक्रम एक पिकअप वाहन की दुर्घटना से जुड़ा है, जिसके मालिक की मौत हो चुकी है, लेकिन दोनों वाहन उसी के नाम पर रजिस्टर्ड थे, तो जीवन बीमा पॉलिसी के तहत करीब 5 लाख 85 हजार की राशि मिली, लेकिन खेमाजी नामक एक आरोपी ने उसे छल से अपने परिजनों के नाम खातों में ट्रांसफर (Transfer) करवा लिया।इसके बाद मृतक की पत्नी ने थाना कुक्षी में मामला दर्ज करवाया लेकिन वह फरार हो गया। इसके बाद खेमाजी ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट (High Court) में अर्जी लगाई लेकिन खारिज हो गई तो खेमाजी ने कुक्षी न्यायालय में सरेंडर कर दिया एवं चौकी प्रभारी निसरपुर द्वारा पुलिस रिमांड लिया गया ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दो टूक- गलत भुगतान किया तो छोडूंगा नहीं
पुलिस (Dhar Police) रिमांड के दौरान चौकी प्रभारी निसरपुर नरपत सिंह जमरा द्वारा मामले को रफा-दफा करने के एवज में खेमाजी से 6 लाख रु की रिश्वत राशि की मांग की गई और सौदा 2 लाख में तय हुआ।इस मामले में सील कुआं निवासी नरेंद्र गर्ग ने दलाली का काम किया। इसकी शिकायत फरियादी ने लोकायुक्त से की।टीम ने आज शनिवार देर शाम प्लान बनाकर फरियादी को रकम लेकर चौकी प्रभारी के पास भेजा और जैसे ही उसने रिश्वत के पैसे लिए चौकी प्रभारी नरपत सिंह जमरा और नरेंद्र गर्ग को 2 लाख रु की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों धर दबोचा।