भोपाल।
नर्मदा के हालात देखने के लिए हेलीकॉप्टर की मांग कर रहे कंप्यूटर बाबा को बड़ा झटका लगा है।कमलनाथ सरकार ने उन्हें हेलीकॉप्टर देने से इंकार कर दिया है।सरकार का कहना है कि वह उन्हें नर्मदा परिक्रमा के लिए हेलीकॉप्टर मुहैया नही करवाएंगी।उनका काम बैठके लेना है।
आज मीडिया से चर्चा के दौरान प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार उनकी ये मांग स्वीकार नहीं करेगी। कंप्यूटर बाबा को नदी न्यास का अध्यक्ष बनाया है, उनका काम बैठके लेना है। हेलीकॉप्टर कि उन्हें जरूरत नहीं है । कम्प्यूटर बाबा को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है, साथ ही उन्हें नर्मदा में अवैध उत्खनन रोकने और पेड़-पौधे लगाने की जिम्मेदारी दी है, फिलहाल कम्प्यूटर बाबा को अभी वहीं करना है।
दरअसल, बीते दिनों नर्मदा, मंदाकिनी और क्षिप्रा नदी न्यास के नव नियुक्त अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से नर्मदा नदी के निरीक्षण के लिए हेलीकाप्टर की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि नर्मदा के लिए अगर जल्द काम करना है तो हेलीकॉप्टर से देखना पड़ेगा कि कहां-कहां गन्दगी है, कहां काम करना है जल्दी देखने के लिए हेलीकॉप्टर चाहिए। । कंप्यूटर बाबा ने कहा कि एक हफ्ते के अंदर मुझे हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराएं, ताकि मैं नर्मदा के काम पर तेजी ला सकूं, पैदला जाएंगे तो काम कैसे करेंगे। लेकिन बाबा की इस मांग को सरकार ने मानने से इंकार कर दिया है।