खंडवा। सुशील विधानी।
कोरोना संकटकाल में एमरी में रिश्वत का खेल लगातार जारी है। आज शुक्रवार को फिर खंडवा जिले की हरसूद कृषि मंडी में इंदौर लोकायुक्त ने बाबू को रंगेहाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।आरोप है कि बाबू ने लाइसेंस नवीनीकरण के लिए किसान से रिश्वत की मांग की थी.
दरअसल, खंडवा जिले की हरसूद कृषि उपज मंडी की लाइसेंस शाखा में पदस्थ बाबू आत्माराम भोरगा को इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।खालवा तहसील के ग्राम साँवली खेड़ा निवासी मांगीलाल राठौर नेइंदौर लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की थी कि सावलीखेड़ा में उनकी मनीष टेडर्स के नाम से फर्म है। जिसका लाइसेंस नवीनीकरण का उन्होंने ऑनलाइन आवेदन किया था । जिसके बाद बाबू आत्माराम भोरगा ने लाइसेंस रजिस्टर में एंट्री कर के नाम पर तीन हजार रुपयों की रिश्वत मांगी।शिकायत की तस्दीक पश्चात लोकायुक्त पुलिस ने कार्यवाई करते हुए बाबू आत्माराम भोरगा को उसके कार्यालयीन कक्ष से तीन हजार रुपयों की रिश्वत लेते पकड़ा ।जिसके खिलाफ भृष्टाचार निवारण अधिनियम ( संशोधित ) 2018 की धारा 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है।