भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में तेजी से बढ़ते कोरोना के आंकड़ों को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) ने एक और बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत MP Board के 9वीं और 11वीं के परीक्षा परिणाम 30 अप्रैल की बजाय अब 15 मई को घोषित किए जाएंगे। छात्र 20 मई तक परीक्षा संबंधित जानकारी विमर्श पोर्टल पर दर्ज कर सकेंगे।इस संबंंध में लोक शिक्षण संचालनालय(DPI) ने आज बुधवार को आदेश जारी किए हैं।
MP Board: 10वीं-12वीं को छोड़ 31 मई तक सभी स्कूलों की ऑनलाइन क्लासेस निरस्त, आदेश जारी
दरअसल, बीते दिनों स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया था कि प्रदेश के सभी शासकीय विद्यालयों (Government School) में कक्षा 9वीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षा नहीं ली जाएगी। विद्यार्थियों का मूल्यांकन अकादमिक सत्र के दौरान लिए गए रिवीजन टेस्ट और अर्द्धवार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा। सभी शालाओं को 30 अप्रैल 2021 तक परीक्षा परिणाम घोषित कर विद्यार्थियों के लिए विमर्श पोर्टल पर ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है, जिसमें आज बुधवार 28 अप्रैल को बदलाव किया गया है।
इस आधार पर होगा मूल्यांकन
आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत ने बताया था कि विभाग द्वारा 20 नवंबर से 28 नवंबर तक लिए गए रिवीजन टेस्ट और एक फरवरी से 9 फरवरी तक आयोजित अर्द्धवार्षिक परीक्षा में से विद्यार्थियों द्वारा जिसमें बेहतर अंक प्राप्त किए हो, उसके आधार पर कक्षा 9वीं एवं 11वीं के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।
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इसके अलावा परीक्षा परिणाम की गणना बेस्ट फाइव के आधार पर की जाएगी, यदि विद्यार्थी छह में से पाँच विषय में पास है और एक विषय में न्यूनतम निर्धारित 33 अंक प्राप्त नहीं कर सका हो, तो भी उसे पास घोषित किया जाएगा। एक से अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए अधिकतम 10 अंक कृपांक के रूप में प्रदान किए जा सकेंगे। कृपांक के अधिकतम 10 अंक आवश्यकता अनुसार एक से अधिक विषयों में भी आवंटित किए जा सकेंगे।
विद्यार्थियों को मिलेंगे ये अवसर
कियावत ने बताया था कि यदि विद्यार्थी को दो अथवा अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं हुए हो, तो उसे परीक्षा के लिए द्वितीय अवसर प्रदान किया जाएगा। ऐसे विषय, जिनमें विद्यार्थी द्वारा पूर्व परीक्षा में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं किए गए थे, उन्हें उन विषयों में पुनः परीक्षा देनी होगी। द्वितीय अवसर उन विद्यार्थियों को भी दिया जाएगा, जो रिवीजन टेस्ट एवं अर्द्धवार्षिक परीक्षा दोनों में से किसी भी परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए थे लेकिन उन्होंने सत्र 2020-21 में शासकीय विद्यालय में प्रवेश लिया था।
31 मई तक ऑनलाइन क्लासेस भी बंद
इससे पहले मंगलवार को 10वीं व 12वीं को छोड़कर 1 मई से 31 मई 2021 तक सभी स्कूलों (MP School) की 1 से 8वीं, 9वीं और 11वीं की ऑनलाइन क्लासेस (Online Classes) निरस्त करने का फैसला किया गया था। डीपीआई आयुक्त जयश्री कियावत ने कहा था कि प्रदेश के मप्र बोर्ड (MP Board) से संबंधित सरकारी व निजी (Government And Private School), CBSE और ICSE बोर्ड के स्कूलों में एक माह के लिए ऑनलाइन कक्षाएं बंद रहेंगी।