MP Election 2023 : कमलनाथ ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उसकी कथनी करनी में सिर्फ अंतर ही नहीं, विरोधाभास भी है। एक तरफ बीजेपी ‘सुशासन’ का दावा करते हुए अपनी 18 साल की उपलब्धियां गिना रही हैं तो वहीं कांग्रेस उसपर प्रदेश को घोटालों और भ्रष्टाचार में धकेलने का आरोप लगा रही है।
‘जनता भाजपा को शिखर से शून्य पर ले आयेगी’
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘भाजपा की कथनी-करनी में सिर्फ़ फ़र्क़ नहीं बल्कि विरोधाभास भी है। ये एक विरोधाभास ही तो है कि मप्र भाजपा लिख रही है कि “असंभव को संभव और शून्य को शिखर बनाने का नाम ’भाजपा’ है।” जबकि बात और हालात ठीक इसके विपरीत हैं। 18 साल के शासनकाल में यदि भाजपा चाहती तो मप्र के विकास को ‘संभव’ कर सकती थी लेकिन भ्रष्टाचार की लिप्तता में व्यस्त रहने की वजह से भाजपा के लिए ऐसा करना असंभव ही रहा। शायद इसीलिए भाजपा ने हालातों को भाँपते हुए और जनता के आक्रोश को समझते हुए अपने ‘शिखर’ नेतृत्व को इस चुनाव में ‘शून्य’ कर दिया है। मुख्यमंत्री जी के मंच पर उपस्थित होते हुए भी किसी को उनका नाम लेने तक की याद नहीं आती, उनके काम की बात करना तो बहुत दूर की बात है। तो फिर ऐसा तथाकथित शिखर किस काम का जो दिखाई न दे। इस विधानसभा चुनाव में मप्र की जनता भाजपा को ‘शिखर से शून्य’ पर ले आयेगी। भाजपा के राजनीतिक शिखर, बिखर गये हैं।’
‘चुनावों में जनता सिखाएगी सबक’
कांग्रेस इस बात को लगातार दोहरा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी अब मंच से सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम तक नहीं लेते हैं। वहीं अब तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा है कि भाजपा के राजनीतिक शिखर बिखर गए हैं और मध्य प्रदेश की जनता उसे शून्य पर ले आएगी। महंगाई, बेरोजगारी, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी उत्पीड़न, भर्ती घोटाले, कमीशनखोरी जैसे आरोपों के साथ कांग्रेस हमलावर है और उसका कहना है कि इन चुनावों में जनता बीजेपी को खरा जवाब देगी।
भाजपा की कथनी-करनी में सिर्फ़ फ़र्क़ नहीं बल्कि विरोधाभास भी है।
ये एक विरोधाभास ही तो है कि मप्र भाजपा लिख रही है कि “असंभव को संभव और शून्य को शिखर बनाने का नाम ’भाजपा’ है।” जबकि बात और हालात ठीक इसके विपरीत हैं।
18 साल के शासनकाल में यदि भाजपा चाहती तो मप्र के विकास को…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 13, 2023