MP Election 2023 : सीएम शिवराज सिंह चौहान और फीनिक्स, फीनिक्स और उमा भारती, उमा भारती और श्राद्ध…नहीं श्राद्ध और फिर सीएम शिवराज। मध्य प्रदेश में इन दिनों राजनीतिक मुद्दे यूं ही वृत्ताकार घूम रहे हैं। मौसम का मिज़ाज भले ही ठंडा हो रहा हो लेकिन सियासी पारा लगातार ऊपर चढ़ रहा है। और आने वाले समय में इसके और गरमाने के आसार है। अब हम शुरु में जो बात कर रहे थे उसपर लौटते हैं। दरअसल बीजेपी उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी होने के साथ ही ये सिलसिला शुरु हुआ। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल होती है ‘मामा का श्राद्ध’ और इसी के साथ बीजेपी कांग्रेस के बीच शुरु होता है एक और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला।
क्या है मामला
दरअसल श्राद्ध पक्ष में बीजेपी उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी हुई, जिसमें सीएम शिवराज को बुधनी से टिकट दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई जिसमें पहले लिखा गया मामा का श्राद्ध और नीचे लिखा ‘श्राद्ध में बीजेपी ने दिया मामा शिवराज को टिकट’। ये पोस्ट वायरल होने के बाद बीजेपी की तरफ से इसपर कड़ी आपत्ति जताई गई। उसने इसके लिए कांग्रेस पर आरोप जड़े और कहा कि वो इस हद तक आ गई है कि किसी के मरने की बात कहने लगी। शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान ने ट्विटर पर एक भावुक पोस्ट लिखते हुए कहा ‘आप पर दया करूं या गुस्सा? आखिर मेरे जीवित पिता के श्राद्ध की बात आप कर रहे हैं। मुझे तरस आ रहा है।’ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शिवराज के पक्ष लेते नजर आए। हालांकि कांग्रेस लगातार इस बार से इनकार करती आई कि उसके द्वारा ये पोस्ट की गई है। कमलनाथ ने कहा कि वो शिवराज की लंबी आयु की कामना करते हैं और इस तरह की पोस्ट से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है।
शिवराज ने अपनी तुलना फीनिक्स से की
इस सिलसिले के बीच बुधवार को शिवराज ने एक भावुक बयान दिया। उन्होने अपनी तुलना फीनिक्स पक्षी से करते हुए कहा कि ‘अगर मैं मर भी गया तो राख के ढेर में से फीनिक्स पक्षी की तरह दोबारा उठ खड़ा हो जाऊंगा।’ इस बयान के बाद अब बीजेपी की फायर ब्रांड नेता और पूर्व मुख्ममंत्री उमा भारती ने उन्हें फीनिक्स न बनने की सलाह दी है। उन्होने कहा कि यदि किसी के जीवित रहते उसका श्राद्ध किया जाता है तो इससे उसकी आयु बढ़ती है। यहीं नहीं, उमा ने ये तक कहा कि वे खुद अपना पिंडदान, तर्पण एवं श्राद्ध कर चुकी हैं।
उमा भारती ने शिवराज को दी सलाह
उमा भारती ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘2 दिन से कुछ लोगों के द्वारा शिवराज जी का श्राद्ध किए जाने पर विवाद चल रहा है। जिसने भी यह कर्म किया वह निंदनीय है। उसको खोजिए और उस पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कीजिए, लेकिन सच्चाई यह है कि किसी के जीवित रहते हुए उसका श्राद्ध कर देने से उसकी आयु बढ़ जाती है। मैंने खुद जब नवंबर 1992 में सन्यास की दीक्षा ली तब अपना पिंडदान, तर्पण एवं श्राद्ध अमरकंटक के कुंड जी में किया है। शिवराज जी को फीनिक्स पक्षी होने की जरूरत नहीं है। फिनिक्स जल जाता है, राख बन जाता है और फिर उसका उसी राख में से नया उदय होता है। श्राद्ध का दाव उल्टा पड़ेगा, आयु बढ़ेगी, स्वास्थ्य ठीक रहेगा। फिनिक्स बनने की जरूरत ही नहीं है। शिवराज जी शतायु हो।’
2 दिन से कुछ लोगों के द्वारा शिवराज जी का श्राद्ध किए जाने पर विवाद चल रहा है।
2. जिसने भी यह कर्म किया वह निंदनीय है। उसको खोजिए और उस पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कीजिए, लेकिन सच्चाई यह है कि किसी के जीवित रहते हुए उसका श्राद्ध कर देने से उसकी आयु बढ़ जाती है।
3. मैंने खुद जब…
— Uma Bharti (मोदी का परिवार) (@umasribharti) October 12, 2023