भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को दिल्ली में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकत की। उन्होंने इस मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश का फीडबैक शाह को दिया। सवर्णों को साधने की जिम्मेदारी दी गई थी। जिसके लिए मिश्रा ने डटकर मोर्चा संभाला। हालांकि, मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापठक को लेकर भी उन्होंने शाह से चर्चा की।
दरअसल, केंद्र में एक बार फिर मोदी सरकार के आने के कयास एग्जिट पोल में लगाए जा रहे हैं। जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। बीजेपी नेता प्रतिपक्ष ने एक पत्र लिखकर विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार अल्पमत में है उसे एक बार फिर फ्लोर टेस्ट से गुजरना चाहिए। अब नरोत्तम मिश्रा के पार्टी अध्यक्ष से मिलने की खबर सामने आने के बाद इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर केंद्र में बीजेपी की सरकार बनती है तो फिल प्रदेश में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम होने की पूरी आशंका है। नरोत्तम मिश्रा से शाह ने यूपी चुनाव का फीडबैक लिया है। इसके अलावा सूत्रों का कहना है कि उन्होंंने मध्य प्रदेश में हो रही सियासी हलचल को लेकर भी चर्चा की है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों पर समिट गई थी। जिसके बाद सपा-बसपा और निर्दलीय विधायक के समर्थन के साथ वह सरकार बनाने में कामयाब हुई थी। लेकिन हाल ही में आए एग्जिल पोल ने सभी दलों को चौंका दिया है। मोदी सरकार को रोकने के लिए सपा बसपा एक हुए थे। वहीं, प्रदेश में भी बसपा ने कांग्रेस का साथ दिया। लेकिन अब बसपा प्रमुख मायावती कांग्रेस से किनारा करती दिखाई दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली में यूपीए चेयरमैन सोनिया गांधी से मिलने से मना कर दिया। इससे संकेत गया है कि वह काफी खफा हैं, अगर सरकार गिरने के हालात आते हैं तो बसपा का रूख कांग्रेस साथ जाने का दिखाई नहीं दे रहा है।