भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP News) में सरकारी कामों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। शाजापुर जिले में कलेक्टर दिनेश जैन ने पटवारी आत्माराम धानुक को निलंबित कर दिया गया है। पटवारी को दो दिन पहले उज्जैन लोकायुक्त ने भूमि के नामांतरण दस्तावेजों में त्रुटि सुधारने के एवज में 3000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।
शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन द्वारा जारी आदेश अनुसार तहसीलदार राजाराम करजरे को जिला मुख्यालय शाजापुर तहसील से गुलाना पदस्थ किया गया है। इसके साथ ही शाजापुर तहसीलदार राजाराम करजरे को भी हटा दिया गया है। गुलाना में पदस्थ तहसीलदार सुनील जायसवाल को शाजापुर तहसील की जिम्मेदारी दी गई है।
मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है। जिले की जनपद पंचायत मुंगावली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बी़ एस़ जाटव ने सरकारी काम में लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत बीलाखेडी के पंचायत सचिव सागर सिंह यादव को आज तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।सचिव को प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास अंतर्गत आवास प्लस रजिस्ट्रेशन कार्य में लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत कार्यालय मुंगावली रहेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी को डीपीआई का शोकॉज नोटिस
इसके अलावा मध्य प्रदेश शासन के लोक शिक्षण संचालनालय कमिश्नर अभय वर्मा द्वारा खरगोन के जिला शिक्षा अधिकारी मोतीलाल वास्कले को मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम-16 के अंतर्गत कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। उन्हें अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। इसके बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सूचना पत्र में पूछा गया है कि क्यों न आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की शास्ति अधिरोपित की जाए?