भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP News) में लापरवाही पर एक्शन का दौर जारी है। आए दिन कर्मचारियों-अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में एक तरफ भोपाल में एएनएम, सीएचओ और डॉक्टर समेत 7 को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा गया है। वही दूसरी तरफ 42 कॉलोनाइजर्स को नोटिस जारी किए गए है।इसके अलावा पदभार ग्रहण ना करने पर चित्रकुट के मुख्य नगरपालिका अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। वही मुरैना में भी 2 BMO को नोटिस थमाए गए है।
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राजधानी भोपाल में 27 फरवरी से शुरू हुए पल्स पाेलियो अभियान में लापरवाही बरतने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. प्रभाकर तिवारी ने एएनएम, सीएचओ और डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस दिया है। यह नोटिस गैर हाजिर मिलने के चलते दिया गया है और इसका 3 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर एक महीने बाद इन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त की जा सकती हैं। इन कर्मचारियों में एक स्थायी ANM और बाकी 6 संविदा कर्मचारी हैं।
मध्य प्रदेश के भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण (RERA) ने अधिनियम के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करने के लिए लगभग 42 प्रकरणों में कॉलोनाइजर्स को नोटिस जारी किये हैं और अर्थदण्ड भी अधिरोपित किए हैं। उल्लेखनीय है कि आवंटितियों के पक्ष में पारित किए गए आदेशों का पालन न करने पर इस प्रकार की कार्यवाही की गई है। एक परियोजना का पंजीकरण भी निरस्त किया गया है।
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आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास (Urban Administration and Development Commissioner) निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने चित्रकुट के मुख्य नगरपाBलिका अधिकारी पद पर पदस्थ विशाल सिंह को पदभार ग्रहण ना करने पर निलंबित कर दिया गया है। उन्हें 1 महीने पहले भोपाल उपायुक्त से हटाकर चित्रकुट का सीएमओ बनाया गया था, लेकिन 28 फरवरी तक उन्होंने ज्वाईन नहीं किया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
मुरैना कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने 2 बीएमओ को नोटिस जारी किए है।यह नोटिस 6 से 8 मार्च तक होने वाले सांसद नेत्र शिविर के काम में लापरवाही बरतने पर जारी किए गए है। कलेक्टर ने खड़ियाहार व नूराबाद के ब्लाक मेडिकल ऑफिसर से बैठक में नेत्र शिविर की जानकारी और चिन्हित किए गए मरीजों की संख्या पूछी थी, लेकिन दोनों संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।