भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP News) में सरकारी कामों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई का दौर जारी है। नरसिंहपुर के गाडरवारा की नगर परिषद सालीचौका में श्मशान घाट की भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाने पर कलेक्टर ने सीएमओ को नोटिस जारी किया है और शहर में स्ट्रीट लाइट काफी दिनों से बंद होने पर बिजली प्रभारी को हटाने को कहा।
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गुना कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए. ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व कार्यों की समीक्षा में लापरवाही बरतने पर जिले के तीन तहसीलदारों को कलेक्टर ने शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके अलावा सभी राजस्व अधिकारियों को सीमांकन पूर्ण कराने, खेती सीमांकन जरीब से न करते हुए मशीन से करने के निर्देश दिए। सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर द्वारा राजस्व विभाग की 50 दिवस से अधिक अवधि की लंबित शिकायतों को प्राथमिकता से निराकरण के निर्देश दिए।
बालाघाट में मृत चिकित्सक के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति और मौत के बाद संचालनालय स्वास्थ्य सेवा विभाग ने ऐसे चिकित्सक जो लंबे समय से अपनी सेवा से अनुपस्थित को नोटिस जारी किया गया है और सात दिनों के अंदर जवाब मांगा है। विभाग ने चार चिकित्सक समेत प्रदेश के 162 चिकित्सकों को नोटिस जारी किया है ।
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हैरानी की बात तो ये है की विभाग ने उन चिकित्सकों को भी नोटिस थमाया दिया है जो नियमित रूप से अपनी सेवाएं दे रहे है, इनमे सिविल सर्जन डा. शुभम लिल्हारे, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. उन्नाति पिछोड़े भी शामिल है । वहीं डा. अनिल कुमार शाक्य भी शासकीय अस्पताल में नियमित रुप से ड्यूटी कर रहे है, लेकिन डा. रामजी सिसोदिया न सिर्फ स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुके है बल्कि उनकी मौत भी हो चुकी है। ऐसे में संचालनालय द्वारा जारी नोटिस विभाग के लिए भी चिंता का विषय बन गया है कि मृत चिकित्सक आखिर स्वयं के जिंदा होने का प्रमाण कैसे दें।