भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में शिवराज सरकार (Shivraj government) एक नई तैयारी में हैं। दरअसल नगर प्रशासन विभाग के साथ बैठक में निर्णय लिया गया है। स्मार्ट सिटी (smart city) के कामों में हो रही लापरवाही पर शिवराज सरकार ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है। इसके अलावा सीएम शिवराज (cm shivraj) ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों की समीक्षा के आदेश भी दिए गए हैं।
इतना ही नहीं कमलनाथ सरकार के दौरान शुरू हुई स्मार्ट सिटी योजना के टेंडर की जांच के भी निर्देश दिए गए। दरअसल नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी साथी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की। कमलनाथ के नेतृत्व में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर रुपए बर्बाद किए गए हैं। जिसकी जांच की जाएगी।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए अपने चहेते ठेकेदार को बिना किसी नियम और प्रक्रिया के करोड़ों रुपए के ठेके दे दिए थे। वही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कई जरूरी काम भी स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें पैसों की बर्बादी हुई है। अब एक बार फिर से उन सभी टेंडरों की जांच की जाएगी। साथ ही 10 दिसंबर को सागर में स्मार्ट सिटी के कार्य प्रगति की समीक्षा सीएम शिवराज करेंगे।
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मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सीएम शिवराज ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। किसी भी हालत में स्मार्ट सिटी के कार्य में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही तत्कालीन सरकार के द्वारा दिए गए ठेकों की जांच भी की जाएगी। सीएम शिवराज ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच में गड़बड़ी करने वाले के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
बता दें कि मध्यप्रदेश के साथ शहर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल है। जिसमें राजधानी भोपाल के अलावा ग्वालियर, उज्जैन, सतना, सागर, इंदौर, जबलपुर शामिल है। स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर सीएम शिवराज सख्त हो गए हैं। अधिकारी कर्मचारियों को लगातार समीक्षा रिपोर्ट उन्हें सौंपनी होगी।