भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की सियासत (MP Politics) में एक बार फिर से वाद-विवाद की परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। दरअसल विधानसभा की कार्यवाही (assembly Proceeding) पर अशोभनीय टिप्पणी करने के बाद कमलनाथ (kamal nath) के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। कमलनाथ पर यह मांग बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) द्वारा की गई है। वीडी शर्मा ने इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है।
लिखे पत्र में विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग करते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ द्वारा छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र 25 अप्रैल 2022 को समाचार माध्यम से दिए गए एक साक्षात्कार में विधानसभा की कार्रवाई को लेकर आपत्तिजनक अशोभनीय और सदन की मर्यादा के विरुद्ध कदाचार श्रेणी में आने वाली टिप्पणी की थी। लोकसभा और विधानसभा का लंबा अनुभव रखने के बाद भी सदस्य द्वारा सदन की गरिमा को गिराए जाने का यह कृत्य किसी भी दृष्टि में संवैधानिक मूल्य और लोकतांत्रिक गरिमा के अनुकूल नहीं कहा जा सकता है।
वीडी शर्मा ने अपने लिखे पत्र में कहा कि इतने वरिष्ठ सदस्य द्वारा ऐसी गंभीर टिप्पणी से अन्य सदस्य को भी अमर्यादित आचरण की प्रेरणा मिलेगी और हर सदस्य को हर हाल में संविधान एवं विधानसभा की क्रिया और आचरण के नियम का पालन सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है। पत्र लिखते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि ऐसा नहीं करने पर सदस्यों को सदन का सदस्य रहने का अधिकार नहीं होना चाहिए।
वीडी शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के द्वारा की गई। टिप्पणी संवैधानिक मूल्य के प्रत्येक राजनीतिक दल के मुखिया की सोच को भी दर्शाती है और विधानसभा की कार्यवाही को बकवास कहा जाना घोर आपत्तिजनक है। ऐसे में सदस्य के खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 194 और विधानसभा की क्रिया और आचरण के नियम 264 और 265 के तहत सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने की कृति को संज्ञान में लेते हुए उन पर अनुच्छेद 191 और 190 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।