CM Rise School: स्कूल शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, शिक्षकों को मिली बड़ी राहत, कलेक्टरों को लिखा पत्र

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। CM RISE SCHOOL: एक तरफ राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पंचायत और नगरीय निकायों के चुनावों को देखते हुए राज्य शासन ने प्रदेश की समस्त शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों के लिए घोषित ग्रीष्मकालीन अवकाश (1 मई से 9 जून 2022 तक) निरस्त कर दिया हैं। वही दूसरी तरफ स्कूल शिक्षा विभाग ने फैसला किया है कि सीएम राइज स्कूलों के अमले की चुनावों में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।इसके लिए सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा गया है।

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दरअसल, जून-जुलाई में मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव होना है, जिसके लिए तैयारियां जोरों पर चल रही है। हर बार की तरह स्थानीय चुनाव में शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई जाती है,लेकिन आगामी 16 जून से प्रदेशभर में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ प्रदेश में सीएम राइज स्कूल भी शुरू होना है, ऐसे में शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी लगाने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। इसे देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने सीएम राइस स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी ना लगाने का फैसला किया है।

इस  संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि सीएम राइज योजना के तहत पहले चरण में स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत 275 स्कूल चयनित किए गए हैं, जिन्हें नए शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ किया जाना है, ऐसे में इन विद्यालयों में पठन-पाठन की प्रक्रिया बाधित न हो, इसके लिए चयनित सीएम राइज स्कूलों के स्टाफ और भवन को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखना सुनिश्चत करें।

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बता दे कि त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों को ऐलान हो गया है।चुनाव तीन चरणों में जून और जुलाई में सम्पन्न होंगे। 30 मई को चुनाव की अधिसूचना कलेक्टर द्वारा जारी की जाएगी। 6 जून तक नामांकन पत्र स्वीकार किए जाएंगे इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी। यह चुनाव पंद्रह जुलाई को समाप्त होंगे। इसके बाद नगरीय निकाय के चुनाव शुरू होंगे। यह चुनाव अगस्त के पहले सप्ताह तक होंगे।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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